diff --git a/17/18.txt b/17/18.txt index 7c04d4e..f5c20d5 100644 --- a/17/18.txt +++ b/17/18.txt @@ -1 +1 @@ -\v 18 18 "इपिक्युरी और स्तोइकी दर्शन देखन बारे मैसे फिर कित्तो बिनके संग बाद बिबाद करी | बे कित्तो कहिँ, “जा गबगबान बारो(गफाडी) का कहात हए?" और कहिँ, “और कोइ बिदेशी देबतनको प्रचार करन जैसो दिखात हए |” काहेकी बो येशू और मरके जिन्दा होनबारो बातको प्रचार करत रहए | " \ No newline at end of file +\v 18 "इपिक्युरी और स्तोइकी दर्शन देखन बारे मैसे फिर कित्तो बिनके संग बाद बिबाद करी । बे कित्तो कहिँ, “जा गबगबान बारो(गफाडी) का कहात हए?" और कहिँ, “और कोइ बिदेशी देबतनको प्रचार करन जैसो दिखात हए ।” काहेकी बो येशू और मरके जिन्दा होनबारो बातको प्रचार करत रहए । " \ No newline at end of file diff --git a/17/19.txt b/17/19.txt new file mode 100644 index 0000000..2e5e757 --- /dev/null +++ b/17/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 \v 20 19 तव बे बोके अरियोपागसमे लैगए और पुछी, “तुमर दओ भव जा नयाँ शिक्षा का हए, का हम जान पाए हँए? 20 काहेकी तुम हमर कानमे अचम्मो बारी बात सुनत हौँ | जहेमारे जा बातको मतलब का हए सो हम जानन चाँहत हँए |” \v 21 21 सब एथेन्सबासी और हुवाँ बैठन बारे बिदेशी नयाँ-नयाँ बात कहान और सुनन बाहेक अपनो समय कोइ बातमे ना बितात रहए | \ No newline at end of file