From d07e94bf8219ecdcd0e06cd11cf39ddfe370a16b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Fri, 4 Aug 2023 08:38:00 +0545 Subject: [PATCH] Fri Aug 04 2023 08:37:59 GMT+0545 (Nepal Time) --- 27/23.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 2 files changed, 2 insertions(+), 1 deletion(-) diff --git a/27/23.txt b/27/23.txt index 606f030..19ccbd1 100644 --- a/27/23.txt +++ b/27/23.txt @@ -1 +1 @@ -\v 23 काहेकी जौन परमेश् मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए । \v 24 बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्वर तुमरे हातमे सौप दै हए ।' \v 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्वरमे विश्वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए । \v 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।” \ No newline at end of file +\v 23 काहेकी जौन परमेश्‍वारको मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए । \v 24 बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्‍वार तुमरे हातमे सौप दै हए ।' \v 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्‍वारमे विश्‍वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए । \v 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।” \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index a212512..8b4e291 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -442,6 +442,7 @@ "27-17", "27-19", "27-21", + "27-23", "27-27", "27-30", "27-33",