From bc9d57451720c67d230d472770f503356ad6f373 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Mon, 10 Apr 2023 08:43:55 +0545 Subject: [PATCH] Mon Apr 10 2023 08:43:55 GMT+0545 (Nepal Time) --- 12/01.txt | 2 +- 12/03.txt | 2 +- 12/05.txt | 2 +- 3 files changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/12/01.txt b/12/01.txt index ad4d61a..1e15d07 100644 --- a/12/01.txt +++ b/12/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 12 \v 1 बे दिनमे हेरोद राजा मण्डलीके कित्तो जनै उपर बहुत कठोर अत्यचार करन् लागो रहए | \v 2 बा यूहन्‍नाको ददा याकूबके तरवारसे मारी | \ No newline at end of file +\c 12 \v 1 बे दिनमे हेरोद राजा मण्डलीके कित्तो जनै उपर बहुत कठोर अत्यचार करन् लागो रहए । \v 2 बा यूहन्‍नाको ददा याकूबके तरवारसे मारी । \ No newline at end of file diff --git a/12/03.txt b/12/03.txt index 5bc5bc8..5e1e27e 100644 --- a/12/03.txt +++ b/12/03.txt @@ -1 +1 @@ -\v 3 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ | जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए | \v 4 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै | \ No newline at end of file +\v 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ । जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए । \v 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै । \ No newline at end of file diff --git a/12/05.txt b/12/05.txt index 273761f..2257f73 100644 --- a/12/05.txt +++ b/12/05.txt @@ -1 +1 @@ -\v 5 अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्‍वर बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए । \v 6 हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए | सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ | \ No newline at end of file +\v 5 अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्‍वर बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए । \v 6 हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए | सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ । \ No newline at end of file