diff --git a/19/15.txt b/19/15.txt index 7f7011e..4b2e105 100644 --- a/19/15.txt +++ b/19/15.txt @@ -1 +1 @@ -\v 15 "तव भुतात्मा जवाफ दैके उनसेकही, "" येशूके मै चीनत हौ, और पावाल्के फिर मै चिन्थौ, पर तुम कौन हौ ।" \v 16 बा भुतात्मा भौ आदमी बिनके घेन कुदत आओ , और बा सबके बसमे करके उनके झपटीं और बे बा घरसे नङ्गे और घायाल हुईके भाजगए | \v 17 17 जा बात एफिसस-निवासी, यहूदी और ग्रीकमे पता चल गओ | और बे सबके उपर डर छाइगौ, और प्रभु येशूको नाउँको प्रशंसा भव | \ No newline at end of file +\v 15 "तव भुतात्मा जवाफ दैके उनसेकही, "" येशूके मै चीनत हौ, और पावाल्के फिर मै चिन्थौ, पर तुम कौन हौ ।" \v 16 बा भुतात्मा भौ आदमी बिनके घेन कुदत आओ , और बा सबके बसमे करके उनके झपटीं और बे बा घरसे नङ्गे और घायाल हुईके भाजगए । \v 17 जा बात एफिसस-निवासी, यहूदी और ग्रीकमे पता चल गओ | और बे सबके उपर डर छाइगौ, और प्रभु येशूको नाउँको प्रशंसा भव । \ No newline at end of file diff --git a/19/18.txt b/19/18.txt index 884f889..a1b77be 100644 --- a/19/18.txt +++ b/19/18.txt @@ -1 +1 @@ -\v 18 18 विश्वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई | \v 19 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो | \v 20 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ | \ No newline at end of file +\v 18 विश्वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई । \v 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो । \v 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ । \ No newline at end of file diff --git a/19/21.txt b/19/21.txt index 5081ca1..5b8c863 100644 --- a/19/21.txt +++ b/19/21.txt @@ -1 +1 @@ -\v 21 21 "जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी | बा कहि, ""हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो" \v 22 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो | \ No newline at end of file +\v 21 "जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी | बा कहि, ""हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो" \v 22 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो | \ No newline at end of file