From 36f0e708327ff197fa5dd4b4b7f1a25a8c6c66f7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Mon, 31 Jul 2023 15:03:26 +0545 Subject: [PATCH] Mon Jul 31 2023 15:03:25 GMT+0545 (Nepal Time) --- 02/24.txt | 2 +- 03/01.txt | 2 +- 03/title.txt | 1 + manifest.json | 2 ++ 4 files changed, 5 insertions(+), 2 deletions(-) create mode 100644 03/title.txt diff --git a/02/24.txt b/02/24.txt index e4d2567..370c20e 100644 --- a/02/24.txt +++ b/02/24.txt @@ -1 +1 @@ -\v 24 परमेश्‍वरको सेवकके लणन्का होन ना पड्त हए, पर बे सब के ताहिँ दयालु, योग्य शिक्षक, सहनशिलत होनपड्त हए । \v 25 और नम्रता साथ अपन विरोधीनके सुधार्न बारो होन पड्त हए, और शायद परमेश्वर बिनके पश्चात्ताप करन, सत्यताके बुझन ज्देञहए, \v 26 और बे चेतना पाएके दियाबलसके फन्दासे उमकंगे, जौन बिनके बाको इच्छाअनुसार चलनके कैदी बनाए हए । \ No newline at end of file +\v 24 परमेश्‍वरको सेवकके लणन्का होन ना पड्त हए, पर बे सब के ताहिँ दयालु, योग्य शिक्षक, सहनशिलत होनपड्त हए । \v 25 और नम्रता साथ अपन विरोधीनके सुधार्न बारो होन पड्त हए, और शायद परमेश्वर बिनके पश्चात्ताप करन, सत्यताके बुझन ज्ञान देतहए । \v 26 और बे चेतना पाएके दियाबलसके फन्दासे उमकंगे, जौन बिनके बाको इच्छाअनुसार चलनके कैदी बनाए हए । \ No newline at end of file diff --git a/03/01.txt b/03/01.txt index 41764c9..12b9cb4 100644 --- a/03/01.txt +++ b/03/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 3 \v 1 1 पर जा याद राखओ, कि आखिरी दिनमे डरलाग्न बारो समय अबैगो \v 2 2 काहेकी आदमी अपनए इकल्ले माया करन् बारे, रुपैया पैसाको लालच करन बारे, घमण्डी, ढिट, औरको बद्नाम करन बारे, अइया-दौवाको आज्ञापालन ना करन बारे,बिना गुन भए और अपवित्र, \v 3 3 स्वाभाविक प्रेमरहित,के, खुशी ना कर पनबारे, औरको बिजरो करन बारे, दुरचारी, क्रूर, असल बातके घिणना करन बारे, \v 4 4 विश्वासघाती, उत्ताउला, अहङाकारसे फुले, परमेश्वरसे जद्धा सुख-विलासके प्रेम करन बारे, \ No newline at end of file +\c 3 \v 1 पर जा याद करओ, कि आखिरी दिनमे डरलाग्न बारो समय अबैगो \v 2 काहेकी आदमी अपनए इकल्ले माया करन् बारे, रुपैया पैसाको लालच करन बारे, घमण्डी, ढिट, औरको बद्नाम करन बारे, अइया-दौवाको आज्ञापालन ना करन बारे,बिना गुन भए और अपवित्र, \v 3 3 स्वाभाविक प्रेमरहित,के, खुशी ना कर पनबारे, औरको बिजरो करन बारे, दुरचारी, क्रूर, असल बातके घिणना करन बारे, \v 4 4 विश्वासघाती, उत्ताउला, अहङाकारसे फुले, परमेश्वरसे जद्धा सुख-विलासके प्रेम करन बारे, \ No newline at end of file diff --git a/03/title.txt b/03/title.txt new file mode 100644 index 0000000..2596681 --- /dev/null +++ b/03/title.txt @@ -0,0 +1 @@ +आध्याय ३ \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 2925b46..cd6cd88 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -54,6 +54,8 @@ "02-16", "02-19", "02-22", + "02-24", + "03-title", "04-title", "04-14", "04-17",