thr_1ti_text_reg/01/15.txt

1 line
1.0 KiB
Plaintext

\v 15 जा वचन हरप्रकारसे ग्रहणयोग्य हए, कि पापीनके उध्दार करन येशू ख्रीष्ट संसारमे आओ, और पापी मैसे मए सबसे मुख्य हौँ । \v 16 पर जहे कारणके ताहीँ मोके अग्गु दया करी ताकीअन्‍नत जीवनके ताहीँ बा के उपर विश्‍वास करनबारेनके एक उदाहरनके रुपमे मए सबसे तुच्छ आदमीमे ख्रीष्ट येशू अपन सारा धैर्यता प्रकट करन सिकए । \v 17 अब युग-युगके राजा, अविनासी और अदृश्य एकमात्र परमेश्वरके आदर और महिमा सदासर्वदा होबए । आमेन ।