diff --git a/05/23.txt b/05/23.txt index 714614a..0d6f0ec 100644 --- a/05/23.txt +++ b/05/23.txt @@ -1 +1 @@ -\v 23 अग्गु जैसो पानी इकल्लो खाए मतकरिओ, पर तुमर पेटके ताहिँ और घरीघरी बिमारीके मारे थोरी-थोरी दाखमध पिलिओ । \v 24 कोइ-कोइ आदमीके पाप त सिधे इन्साफमे पुगतहएँ कहिके प्रत्यक्ष हए, पर और कित्तो पाप त पिछु इकल्लो दिखत हएँ । \v 25 अइसी करके असल काम त प्रत्यक्ष हए, और जो प्रत्यक्ष नैयाँ, बे फिर गुप्तमे रहेना पएँहएँ । \ No newline at end of file +\v 23 अग्गु जैसो पानी इकल्लो खाए मतकरिओ, पर तुमर पेटके ताहिँ और घरीघरी बिमारीके मारे थोरी-थोरी दाखमध पिलिओ । \v 24 कोइ-कोइ आदमीके पाप त सिधे इन्साफमे पुगतहएँ , पर और कित्तो पाप त पिछु इकल्लो दिखत हएँ । \v 25 अइसी करके असल काम त प्रत्यक्ष हएँ, और जो प्रत्यक्ष नैयाँ, बे फिर गुप्तमे रहेना पएँहएँ । \ No newline at end of file diff --git a/06/03.txt b/06/03.txt index 2df4805..e0096c3 100644 --- a/06/03.txt +++ b/06/03.txt @@ -1 +1 @@ -\v 3 3 अगर कोइ और सिध्दान्त सिखतहएँ और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको उचित वचन और ईश्वर भक्ति अनुसारको शिक्षासंग सहमत नैयाँ तव, \v 4 4 बा घमण्डसे फुलो होतहए, और बा कुछ जन्त नैयाँ| बा व्यर्थको बात-चित कर्तहए, और एक-एक शब्द लैके लडइ कर्न ढुणतहए| जे बात दिक, कलह, बदनमी और खराब शंका उत्पन्न करातहए| \v 5 5 और बुध्दि भ्रष्ट भए और सत्यसे अलग भए आदमीके अग्गु कचिंगल उठात् हँए, और भक्ति ता फाइदा उठानको उपाए हए कहिके बे मानत् हएँ| \ No newline at end of file +\v 3 अगर कोइ और सिध्दान्त सिखतहएँ और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको उचित वचन और ईश्वर भक्ति अनुसारको शिक्षासंग सहमत न तव, \v 4 बा घमण्डसे फुलो होतहए, और बा कुछ जन्त नैयाँ| बा व्यर्थको बात-चित कर्तहए, और एक-एक शब्द लैके लडइ कर्न ढुणतहए| जे बात दिक, कलह, बदनमी और खराब शंका उत्पन्न करातहए । \v 5 और बुध्दि भ्रष्ट भए और सत्यसे अलग भए आदमीके अग्गु कचिंगल उठात् हँए, और भक्ति ता फाइदा उठानको उपाए हए कहिके बे मानत् हएँ । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 9255947..1831e34 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -77,6 +77,7 @@ "05-17", "05-19", "05-21", + "05-23", "06-title", "06-01", "06-20"