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\v 6 \v 7 \v 8 6 अगर तुमरे भैयाके सामने शिक्षा धरदए तव तुम अनुसरण करो असल सिध्दान्त और विश्वासको वचनमे बलियो हुइके तुम ख्रीष्ट येशूको असल सेवक हुइहौ| 7 भक्तिहीन और अर्थहीन कहानीसे एकदम अलग बैठओ| बरु अपनएके भक्तिमे तालीम देओ| 8 काहेकी शारीरिक तालीम कुछदिनके ताहिँ ठीक होतहए, पर ईश्वरभक्तिचाहिँ हरप्रकारसे लाभदायक होतहए, काहेकी जा मे बर्तमान और भविष्यतजीवन दोनएके ताहिँ प्रतिज्ञा हए|
\v 6 6 अगर तुमरे भैयाके सामने शिक्षा धरदए तव तुम अनुसरण करो असल सिध्दान्त और विश्वासको वचनमे बलियो हुइके तुम ख्रीष्ट येशूको असल सेवक हुइहौ| \v 7 7 भक्तिहीन और अर्थहीन कहानीसे एकदम अलग बैठओ| बरु अपनएके भक्तिमे तालीम देओ| \v 8 8 काहेकी शारीरिक तालीम कुछदिनके ताहिँ ठीक होतहए, पर ईश्वरभक्तिचाहिँ हरप्रकारसे लाभदायक होतहए, काहेकी जा मे बर्तमान और भविष्यतजीवन दोनएके ताहिँ प्रतिज्ञा हए|

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\v 9 \v 10 9 जा कहाई नेहत्व और सबए रुपसे ग्रहणयोग्य हए, 10 काहेकी जा उदेश्यसे हम परिश्रम और प्रयत्न कर्तहएँ, काहेकी हमर आशा जीवित परमेश्वरमे धरोहए, जो सब आदमीके, विशेष करके बाके उपर विश्वास करनबारेनको मुक्तिदाता हए|
\v 9 9 जा कहाई नेहत्व और सबए रुपसे ग्रहणयोग्य हए, \v 10 10 काहेकी जा उदेश्यसे हम परिश्रम और प्रयत्न कर्तहएँ, काहेकी हमर आशा जीवित परमेश्वरमे धरोहए, जो सब आदमीके, विशेष करके बाके उपर विश्वास करनबारेनको मुक्तिदाता हए|

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\v 11 \v 12 \v 13 11 जे बातको आज्ञा देओ, और सिकाओ| 12 जवान हौ कहनएमे कोइ तुमके तुच्छ नामनए, पर विश्वासीनके अग्गु बोलीवचन, आचरण, और प्रेममे, विश्वासमे और शुध्द्तामे तुम एक उदाहरण बनओ| 13 मए ना आन तक धर्मशास्त्र पाठ करके सुनानमे, प्रचार करनमे और शिक्षा देनमे ध्यान देओ|
\v 11 11 जे बातको आज्ञा देओ, और सिकाओ| \v 12 12 जवान हौ कहनएमे कोइ तुमके तुच्छ नामनए, पर विश्वासीनके अग्गु बोलीवचन, आचरण, और प्रेममे, विश्वासमे और शुध्द्तामे तुम एक उदाहरण बनओ| \v 13 13 मए ना आन तक धर्मशास्त्र पाठ करके सुनानमे, प्रचार करनमे और शिक्षा देनमे ध्यान देओ|

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\v 14 \v 15 \v 16 14 तुमरे संग भव बरदानको अवहेलना मतकरओ, जौन वरदान एल्डर अपने हात तुमरे उपर धरत अगमबाणीसे तुमके मिलो रहए| 15 जे कर्तब्य पालन करओ| बिनमे लागे रहबाओ, ताकि तुमर प्रगति सब देखएँ| 16 अपन बारेमे और अपन शिक्षाके बारेमे होशियार बैठओ| जे बातमे लागे रह्बाओ| अइसो कर्नेसे तुम अपनएके और सुन्नबारेके समेत बचाबैगे
\v 14 14 तुमरे संग भव बरदानको अवहेलना मतकरओ, जौन वरदान एल्डर अपने हात तुमरे उपर धरत अगमबाणीसे तुमके मिलो रहए| \v 15 15 जे कर्तब्य पालन करओ| बिनमे लागे रहबाओ, ताकि तुमर प्रगति सब देखएँ| \v 16 16 अपन बारेमे और अपन शिक्षाके बारेमे होशियार बैठओ| जे बातमे लागे रह्बाओ| अइसो कर्नेसे तुम अपनएके और सुन्नबारेके समेत बचाबैगे

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\c 5 \v 1 \v 2 1 बुढ़े आदमीनके मतहबकओ, पर बिनके दौवा जैसो करके सम्झौ|अपनेसे छोटेनके भैया समान व्यवहार करओ| 2 वृध्दा बैयरसंग अइया कता जवान लौणियानसे चाहिँ सम्पूर्ण पवित्रसाथ बहिनिया समान व्यवहार करओ|
\c 5 \v 1 1 बुढ़े आदमीनके मतहबकओ, पर बिनके दौवा जैसो करके सम्झौ|अपनेसे छोटेनके भैया समान व्यवहार करओ| \v 2 2 वृध्दा बैयरसंग अइया कता जवान लौणियानसे चाहिँ सम्पूर्ण पवित्रसाथ बहिनिया समान व्यवहार करओ|

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\v 3 \v 4 3 जो नेहत्व विधुवा हए, बिनके आदर कराओ| 4 कोइ विधुवाके लौणा- लौणिया अथबा नतिया-नतनिया हए तव, बिनके पहिले अपन परिवार घेन अपनो धार्मिक कर्तव्य पालन कर्न सिखए, और अपन माता-पिताके उपकारको ॠण चुकन सिखएं, काहेकी जा परमेश्वरको दृष्टिमे ग्रहणयोग्य हए|
\v 3 3 जो नेहत्व विधुवा हए, बिनके आदर कराओ| \v 4 4 कोइ विधुवाके लौणा- लौणिया अथबा नतिया-नतनिया हए तव, बिनके पहिले अपन परिवार घेन अपनो धार्मिक कर्तव्य पालन कर्न सिखए, और अपन माता-पिताके उपकारको ॠण चुकन सिखएं, काहेकी जा परमेश्वरको दृष्टिमे ग्रहणयोग्य हए|

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\v 5 \v 6 5 पर जो नेहत्व विधुवा हए, और बिनको कोइ नैयाँ तव, बे परमेश्वरमे आशा राख्तहएँ, और रातदिन नम्र-निवेदान और प्रार्थनामे लागिर्हातहएँ| 6 तव अगर बे सुख-विलासमे मस्त रहतहएँ तव बे जीवित हएँ ताहुफिर मरे बराबर हएँ|
\v 5 5 पर जो नेहत्व विधुवा हए, और बिनको कोइ नैयाँ तव, बे परमेश्वरमे आशा राख्तहएँ, और रातदिन नम्र-निवेदान और प्रार्थनामे लागिर्हातहएँ| \v 6 6 तव अगर बे सुख-विलासमे मस्त रहतहएँ तव बे जीवित हएँ ताहुफिर मरे बराबर हएँ|

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आध्याय ५

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