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\v 14 काहेकी भैया रेव, ख्रीष्टमे यहूदीमे भए परमेश्‍वरको मण्डलीको अनुकरण करन बारे तुम भए, काहेकी अपन देश- भैयनसे तुम जैसी दु:ख भोगे रहौ । उइसी बे यहूदीनसे दु:ख भोगी रहए । \v 15 जेहि यहूदीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके और अगमवक्तानके मारे, और हमके फिर बाहिर भजाइँ, और परमेश्‍वरके बेखुशी बनात हँए, और सब आदमीको बिरोध कर्त हँए । \v 16 अन्यजातिनको उध्दार होबए करके बिनके संग बोल्नके हमके बाधा दैं । अइसिया सबदिन बे अपन पापको माना भरत हँए | पर अन्तमे परमेश्‍वरको क्रोध बिनके उपर पणो हए ।