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\c 2 \v 1 भैया रेव, तुमरे ठिन हमरो आगमन व्यर्थ ना भव तुमके अपनएके पता हए । \v 2 हम अग्गुसे फिलिप्पीमे कष्ट भोगे और अपमानित भए करके तुमके पता हए, पर बेढम विरोध होतए होत फिर परमेश्‍वरको सुसमाचार प्रचार करन हमके परमेश्‍वरसे साहस मिलो रहए ।