From 9c8ed6dc8e7afcad29d8fbd85f11c9efb2599cd6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Fri, 4 Aug 2023 08:13:37 +0545 Subject: [PATCH] Fri Aug 04 2023 08:13:37 GMT+0545 (Nepal Time) --- 04/17.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 2 files changed, 2 insertions(+), 1 deletion(-) diff --git a/04/17.txt b/04/17.txt index 07390be..f2883a7 100644 --- a/04/17.txt +++ b/04/17.txt @@ -1 +1 @@ -\v 17 काहेकी न्याय परमेश्वरएके परिवारसे सुरु होनके समय आओ हए, और अगर जा हमैसे सुरु भवहए तव परमेश्वरको सुसमाचार ना मानन बारेनको अन्त कैसो हुइहए? \v 18 और, “अगर धर्मी जनको उध्दार कठिनसे होतहए कहेसे अधर्मी और पापीकी गति का हुइहए?” \v 19 जहेमारे परमेश्वरको इच्छाअनुसार दु:ख भोगनबारे भलाइ करँए और बे अपन आत्मा विश्वासयोग्य सृष्टिकर्ता के सौँपएं| \ No newline at end of file +\v 17 काहेकी न्याय परमेश्वरएके परिवारसे सुरु होनके समय आओ हए, और अगर जा हमैसे सुरु भवहए तव परमेश्वरको सुसमाचार ना मानन बारेनको अन्त कैसो हुइहए? \v 18 और, “अगर धर्मी जनको उध्दार कठिनसे होतहए कहेसे अधर्मी और पापीकी गति का हुइहए?” \v 19 जहेमारे परमेश्वरको इच्छाअनुसार दु:ख भोगनबारे भलाइ करँए और बे अपन आत्मा विश्वासयोग्य सृष्टिकर्ता के सौँपएं| \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 3c83078..78e24e5 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -78,6 +78,7 @@ "04-10", "04-12", "04-15", + "04-17", "05-title" ] } \ No newline at end of file