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\v 4 मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्‍वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव । काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए । \v 5 वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थहए और संसार बिनकी वात सुन्थहए । \v 6 हम त परमेश्‍वरके हए। जौन परमेश्‍वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थहए, और जौन परमेश्‍वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थहए । जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए ।