\v 24 \v 25 \v 26 २४ जो बात तुम सुरुसे सुने हव, बा तुममे रहिराहाबए। अगर सुरुसे ही सुनिभइ बात तुमरमे रहोतओ तुम पुत्र और पितामे राहाबएगे। २५ बा हमसे जो प्रतिज्ञा करी बा हए सदाको अनन्त जीवन। २६ तुमके छल करनबारेनके ताही जा बात मए तुमके लिखरहोहव।