From b0a492318c286504b52d8a41743934c829edcb32 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Sun, 30 Jul 2023 17:49:33 +0800 Subject: [PATCH] Sun Jul 30 2023 17:49:32 GMT+0800 (Australian Western Standard Time) --- 04/04.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/04/04.txt b/04/04.txt index 67f7775..5f0eba8 100644 --- a/04/04.txt +++ b/04/04.txt @@ -1 +1 @@ -\v 4 मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्‍वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव । काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए । \v 5 वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थहए और संसार बिनकी वात सुन्थहए । \v 6 हम त परमेश् ‍वरकेहए। जौन परमेश्वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थए, और जौन परमेश्वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थए। जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए। \ No newline at end of file +\v 4 मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्‍वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव । काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए । \v 5 वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थहए और संसार बिनकी वात सुन्थहए । \v 6 हम त परमेश्‍वरके हए। जौन परमेश्‍वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थहए, और जौन परमेश्‍वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थहए । जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए । \ No newline at end of file