Sun Jul 30 2023 11:01:08 GMT+0800 (Australian Western Standard Time)
This commit is contained in:
parent
4f9410010f
commit
abc3576f66
|
@ -1,3 +1 @@
|
|||
\v 4 ४ मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव। काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए।
|
||||
\v 5 ५ वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थए और संसार बिनकी वात सुन्थए।
|
||||
\v 6 ६ हम त परमेश्वरके हए। जौन परमेश्वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थए, और जौन परमेश्वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थए। जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए।
|
||||
\v 4 मेरे छौटे बच्चओ,तुम ता परमेश्वरके हव और विनके उपर विजय हुइगए हव। काहेकी जो तुममे हए, वा संसारमे भएसे महान हए। \v 5 वे संसारके हए जहयकारनसे बे संसारकी बात कर्थए और संसार बिनकी वात सुन्थए। \v 6 हम त परमेश्वरके हए। जौन परमेश्वरके जानतहए बा हमरी वातके सुन्थए, और जौन परमेश्वरको ना हए, बा हमरी वातके ना सुन्थए। जहएसे हम सत्यकी आत्मा और भ्रमको आत्माके जानत हए।
|
|
@ -1,2 +1 @@
|
|||
\v 7 ७ प्रिय हो हम एक दुसरेसे प्रेम करए, काहेकी प्रेम परमेश्वरसे आथए। जौन प्रेम करत हए वा परमेश्वरसे जन्मो हए, और परमेश्वरके चिन्थए।
|
||||
\v 8 ८ प्रेम नाकरन वारे परमेश्वरके ना चिन्थए काहेकी परमेश्वर प्रेम हए।
|
||||
\v 7 प्रिय हो हम एक दुसरेसे प्रेम करए, काहेकी प्रेम परमेश्वरसे आथए। जौन प्रेम करत हए वा परमेश्वरसे जन्मो हए, और परमेश्वरके चिन्थए। \v 8 प्रेम नाकरन वारे परमेश्वरके ना चिन्थए काहेकी परमेश्वर प्रेम हए।
|
|
@ -1,2 +1 @@
|
|||
\v 9 ९ परमेश्वरको प्रेम हमर विचमे अइसो प्रकट भओ, कि बा अपनो एक इकल्लो पुत्र के संसारमे पठाइ ताकी पुत्रसे हम जी सकए।
|
||||
\v 10 १० प्रेम जहएमे हए, कि हम परमेश्वरके प्रेम ना करे, पर बा हमसे प्रेम करी,और हमरे पापसे छुटकराके ताही अपने पुत्रके पठाई।
|
||||
\v 9 परमेश्वरको प्रेम हमर विचमे अइसो प्रकट भओ, कि बा अपनो एक इकल्लो पुत्र के संसारमे पठाइ ताकी पुत्रसे हम जी सकए। \v 10 प्रेम जहएमे हए, कि हम परमेश्वरके प्रेम ना करे, पर बा हमसे प्रेम करी,और हमरे पापसे छुटकराके ताही अपने पुत्रके पठाई।
|
|
@ -1,4 +1 @@
|
|||
\v 11 ११ प्रिय अगर परमेश्वर हमसे अइसो प्रेम करी हए कहेसे, हमओ फिर एक दुसरेसे प्रेम करए।
|
||||
\v 12 १२ परमेश्वरके कोइ कभइ ना देखी हए। अगर हम एक दुसरेसे प्रेम करङ्गे कहसे परमेश्वर हमारे भितर राहथए, और वाको प्रेम हमारेमे पुरो हिथए।
|
||||
\v 13 १३ बा हमके अपनी आत्मासे दइहए, र जहएकारनसे हम जानत हए कि हम विनमे राहथए, और बा हममे राहथए।
|
||||
\v 14 १४ हम देखे हय, और गवाही देथए, कि पिता अपने पुत्रके संसारमे मुक्तीदाता होन पठाई हय।
|
||||
\v 11 प्रिय अगर परमेश्वर हमसे अइसो प्रेम करी हए कहेसे, हमओ फिर एक दुसरेसे प्रेम करए। \v 12 परमेश्वरके कोइ कभइ ना देखी हए। अगर हम एक दुसरेसे प्रेम करङ्गे कहसे परमेश्वर हमारे भितर राहथए, और वाको प्रेम हमारेमे पुरो हिथए। \v 13 बा हमके अपनी आत्मासे दइहए, र जहएकारनसे हम जानत हए कि हम विनमे राहथए, और बा हममे राहथए। \v 14 हम देखे हय, और गवाही देथए, कि पिता अपने पुत्रके संसारमे मुक्तीदाता होन पठाई हय।
|
|
@ -1,2 +1 @@
|
|||
\v 15 १५ जौन येशुके परमेश्वरको पुत्र हय कहिके स्वीकार करथए, बामे परमेश्वर राहथए, और बा परमेश्वरमे।
|
||||
\v 16 १६ अइसिए हमरे उपर भओ परमेश्वरके प्रेमके हम जानथए और विश्वास कर्थए। परमेश्वर प्रेम हए, जो प्रेममे राहत हए वा परमेश्वरमे राहत हए, और परमेश्वर बामे राहत हए।
|
||||
\v 15 जौन येशुके परमेश्वरको पुत्र हय कहिके स्वीकार करथए, बामे परमेश्वर राहथए, और बा परमेश्वरमे। \v 16 अइसिए हमरे उपर भओ परमेश्वरके प्रेमके हम जानथए और विश्वास कर्थए। परमेश्वर प्रेम हए, जो प्रेममे राहत हए वा परमेश्वरमे राहत हए, और परमेश्वर बामे राहत हए।
|
|
@ -1,2 +1 @@
|
|||
\v 17 १७ न्यायके दीनके ताही हम पुरो भरोसा साथ बैठ सकए। काहेकी प्रेम जहएमे हमरे उपर पुरो होथए। काहेकी बा जैसो हए हम फिर जा संसारमे उइसिए हए।
|
||||
\v 18 १८ प्रेममे गुस्सा ना होथए पर सच्चो प्रेम गुस्साके दुर हटाथए काहेकी गुस्साको सम्बन्ध घमण्डसे हए। औ, जो डरातहए प्रेममे बा पुरो ना भव हए।
|
||||
\v 17 न्यायके दीनके ताही हम पुरो भरोसा साथ बैठ सकए। काहेकी प्रेम जहएमे हमरे उपर पुरो होथए। काहेकी बा जैसो हए हम फिर जा संसारमे उइसिए हए। \v 18 प्रेममे गुस्सा ना होथए पर सच्चो प्रेम गुस्साके दुर हटाथए काहेकी गुस्साको सम्बन्ध घमण्डसे हए। औ, जो डरातहए प्रेममे बा पुरो ना भव हए।
|
|
@ -1,3 +1 @@
|
|||
\v 19 १९ हम प्रेम करथए, काहेकी पहिले बा हमसे प्रेम करी।
|
||||
\v 20 २० अगर कोई “ मए परमेश्वरसे प्रेम करथओ” काहत हए पर अपने भइयासे घृणा करथए कहिसे बा झुटो हए, काहेकी अपनो देखो अपनो भइयासे प्रेम ना करन बारो ना देखो भव परमेश्वरके प्रेम ना करसक्थए।
|
||||
\v 21 २१ हम बासे जा आज्ञा पाए हए कि जौन परमेश्वरके प्रेम करथए बा भइयाके फिर प्रेम करत हए।
|
||||
\v 19 हम प्रेम करथए, काहेकी पहिले बा हमसे प्रेम करी। \v 20 अगर कोई “ मए परमेश्वरसे प्रेम करथओ” काहत हए पर अपने भइयासे घृणा करथए कहिसे बा झुटो हए, काहेकी अपनो देखो अपनो भइयासे प्रेम ना करन बारो ना देखो भव परमेश्वरके प्रेम ना करसक्थए। \v 21 हम बासे जा आज्ञा पाए हए कि जौन परमेश्वरके प्रेम करथए बा भइयाके फिर प्रेम करत हए।
|
|
@ -38,6 +38,13 @@
|
|||
"finished_chunks": [
|
||||
"front-title",
|
||||
"01-title",
|
||||
"04-07",
|
||||
"04-09",
|
||||
"04-11",
|
||||
"04-15",
|
||||
"04-17",
|
||||
"04-19",
|
||||
"05-title",
|
||||
"05-01",
|
||||
"05-04",
|
||||
"05-06",
|
||||
|
|
Loading…
Reference in New Issue