diff --git a/09/24.txt b/09/24.txt index d986896..f8ab379 100644 --- a/09/24.txt +++ b/09/24.txt @@ -1 +1 @@ -\v 24 का तुमके पता ना हए दौड्मे दौरन बारो सब दौरत है: पर इनाम त एकइ इकल्लो पए हए? तुम इनाम पान हानी दौरौ । \v 25 खेलमे भाग लेन बारो खिलाडी सबमे अनुसासित होन पड्त हए । बे नष्ट हुइके जान बारो मुकुट पान ताँहिँ अइसो करत हए, पर हम त अविनाशी मुकुट पान ताँहिँ अइसो कर हँए । \v 26 तबही मारे लक्ष्य बिना मए ना दौरंगो| हावामे मुक्का मारन जैसो मए ना मारत हौँ । \v 27 पर मए अपन शरिरके कठोरतासंग रखात हौं, और जाके वशमे करत हौ, नत मए औरके प्रचार करके मए अपनए अयोग्य ठहरंगो । \ No newline at end of file +\v 24 का तुमके पता ना हए दौड्मे दौरन बारो सब दौरत है: पर इनाम त एकइ इकल्लो पए हए? तुम इनाम पान हानी दौरौ । \v 25 खेलमे भाग लेन बारो खिलाडी सबमे अनुसासित होन पड्त हए । बे नष्ट हुइके जान बारो मुकुट पान ताँहिँ अइसो करत हए, पर हम त अविनाशी मुकुट पान ताँहिँ अइसो कर हँए । \v 26 तबहीमारे लक्ष्य बिना मए ना दौरंगो । हावामे मुक्का मारन जैसो मए ना मारत हौँ । \v 27 पर मए अपन शरिरके कठोरतासंग रखात हौं, और जाके वशमे करत हौ, नत मए औरके प्रचार करके मए अपनए अयोग्य ठहरंगो । \ No newline at end of file diff --git a/10/01.txt b/10/01.txt index 996f5ce..fd2bf9f 100644 --- a/10/01.txt +++ b/10/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 10 \v 1 1 भैया हो, तुम जा बात लेओ कहिके मए चाहत हौ, कि हमर पुर्खा सब बादर तरे रहै, और समुन्दरके बिचसे हुइके गए| \v 2 2 और मोशामे बे सबै बादर और समुन्दरमे बाप्तिस्मा पाई रहँए| \v 3 3 सबए एकए आत्मिक भोजन खाँई| \v 4 4 सबै आत्मिक पानी पिई, काहेकी बिनके संगैसंग नेगत बे आत्मिक चट्टानको पानी पिईँ और बा चट्टा त ख्रीष्टए रहए \ No newline at end of file +\c 10 \v 1 भैया हो, तुम जा बात लेओ कहिके मए चाहत हौ, कि हमर पुर्खा सब बादर तरे रहै, और समुन्दरके बिचसे हुइके गए । \v 2 और मोशामे बे सबै बादर और समुन्दरमे बाप्तिस्मा पाई रहँए| \v 3 3 सबए एकए आत्मिक भोजन खाँई । \v 4 सबै आत्मिक पानी पिई, काहेकी बिनके संगैसंग नेगत बे आत्मिक चट्टानको पानी पिईँ और बा चट्टा त ख्रीष्टए रहए । \ No newline at end of file diff --git a/10/05.txt b/10/05.txt index a409f82..7e87163 100644 --- a/10/05.txt +++ b/10/05.txt @@ -1 +1 @@ -\v 5 5 तहुफिर बिनके मैसे तमानसे परमेश्वर प्रसन्न ना भव, और बे मरभूमिमे नष्ट हुइगए| \v 6 6 बिनके हानी हम खराबीको इच्छा ना करै कहिके जे बात हमर चेताउनीके ताहीं हँए| \ No newline at end of file +\v 5 तहुफिर बिनके मैसे तमानसे परमेश्वर प्रसन्न ना भव, और बे मरभूमिमे नष्ट हुइगए । \v 6 बिनके हानी हम खराबीको इच्छा ना करै कहिके जे बात हमर चेताउनीके ताँहीं हँए । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 2bce63a..5d86b53 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -129,6 +129,7 @@ "09-17", "09-19", "09-21", + "09-24", "10-title", "11-title", "12-title",