From bb24b851b4f23e579a12e044c8a2cce6879eb981 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 27 Jul 2023 20:21:12 +0545 Subject: [PATCH] Thu Jul 27 2023 20:21:12 GMT+0545 (Nepal Time) --- 02/14.txt | 2 +- 03/01.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/02/14.txt b/02/14.txt index ead595c..80fb7c5 100644 --- a/02/14.txt +++ b/02/14.txt @@ -1 +1 @@ -\v 14 जौन आदमी आत्मिक नैयाँ, बो परमेश्वरको आत्माको बात ग्रहण ना करत हए । काहेकी बे बात बोके ताहिँ मूर्खता होतहँए, और बोके ना बुझ पात हए, काहेकी बे बात आत्मिक रितिसे मात्र चिनन् सिकत हए| \v 15 15 आत्मिक आदमी सबए बातको जाँच करत हए, पर बो कोइ आदमीसे ना जाँचैगो । \v 16 16 "काहेकी कौन प्रभुको मनके जानो हए? और कौन बाके सिखान सकैगो?” पर हमरसंग त ख्रीष्टको मन हए । " \ No newline at end of file +\v 14 जौन आदमी आत्मिक नैयाँ, बो परमेश्वरको आत्माको बात ग्रहण ना करत हए । काहेकी बे बात बोके ताहिँ मूर्खता होतहँए, और बोके ना बुझ पात हए, काहेकी बे बात आत्मिक रितिसे मात्र चिनन् सिकत हए । \v 15 आत्मिक आदमी सबए बातको जाँच करत हए, पर बो कोइ आदमीसे ना जाँचैगो । \v 16 "काहेकी कौन प्रभुको मनके जानो हए? और कौन बाके सिखान सकैगो?” पर हमरसंग त ख्रीष्टको मन हए । " \ No newline at end of file diff --git a/03/01.txt b/03/01.txt index 0f2fce1..87c2edd 100644 --- a/03/01.txt +++ b/03/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 3 \v 1 1 भैया रेओ, तुमरसंग मस्कन आत्मिक जनसंग मस्कन जैसो मए ना मस्कपओ, पर सांसारिक आदमी,ख्रीष्टमे दुध बाच्चाकसंग मस्कोजैसो मए मस्क पऔ । \v 2 2 मए तुमके दूध खबओ, क्ररो चिज नाए, काहेकी तुम बाके ताहिँ तयार नाए रहौँ, और हबए फिर नाए हौ । \ No newline at end of file +\c 3 \v 1 भैया रेओ, तुमरसंग मस्कन आत्मिक जनसंग मस्कन जैसो मए ना मस्कपओ, पर सांसारिक आदमी,ख्रीष्टमे दुध बाच्चाकसंग मस्कोजैसो मए मस्क पऔ । \v 2 2 मए तुमके दूध खबओ, क्ररो चिज नाए, काहेकी तुम बाके ताहिँ तयार नाए रहौँ, और हबए फिर नाए हौ । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index cc3a87a..961b603 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -59,6 +59,7 @@ "02-08", "02-10", "02-12", + "02-14", "03-title", "03-08", "04-title",