diff --git a/08/04.txt b/08/04.txt index 1732a09..05c5bde 100644 --- a/08/04.txt +++ b/08/04.txt @@ -1 +1 @@ -\v 4 जहेमारे मूर्तिके चढ़ो भव खानबारो चिज खानके बारेमे मए जानत हौँ, काहिके मूर्तिको कोई अस्थितत्व ना हए, और एक परमेश्वरबाहेक और कोई नैयाँ । \v 5 "बादरमे अथवा पृथ्वीमे नाउँ इकल्लोके देवीदेवता इकल्लो हुइ हँए, (नेहत्व अइसी गजब ""देवता"" और ""प्रभु"" हँए|)" \v 6 पर हमर ताहिं ता एक परमेश्वर पिता हए,जोसे सब थोक होन आए, और बहेके ताँही हम जिते हँए- हमर तांही एक प्रभु, येशू ख्रीष्ट हए, जोसे सब चिज होन आए, और जोसे हम जित् हँए । \ No newline at end of file +\v 4 जहेमारे मूर्तिके चढ़ो भव खानबारो चिज खानके बारेमे मए जानत हौँ, काहिके मूर्तिको कोई अस्थितत्व ना हए, और एक परमेश्वरबाहेक और कोई नैयाँ । \v 5 "बादरमे अथवा पृथ्वीमे नाउँ इकल्लोके देवीदेवता इकल्लो हुइ हँए, (नेहत्व अइसी गजब ""देवता"" और ""प्रभु"" हँए|)" \v 6 पर हमर ताहिं ता एक परमेश्वर पिता हए,जोसे सब थोक होन आए, और बहेके ताँही हम जित हँए- हमर तांही एक प्रभु, येशू ख्रीष्ट हए, जोसे सब चिज होन आए, और जोसे हम जित् हँए । \ No newline at end of file diff --git a/08/07.txt b/08/07.txt index 25697dd..5baa7cb 100644 --- a/08/07.txt +++ b/08/07.txt @@ -1 +1 @@ -\v 7 7 तहु फिर सब आदमीमे त जा ज्ञान ना होत हए| पर गजब आदमीनके मूर्तिपूजा बनके बैठे होत हँए, कि बे अइसो खानु खात नेहत्व मूर्तिके चढाव मानत हँए, और बिनको विवेक दुर्वल भव हए जहेमारे अशुध्द होत हँए| \ No newline at end of file +\v 7 तहु फिर सब आदमीमे त जा ज्ञान ना होत हए । पर गजब आदमी पहिले मूर्तिपूजा बनके बैठे होत हँए, कि बे अइसो खानु खात नेहत्व मूर्तिके चढाव मानत हँए, और बिनको विवेक दुर्वल भव हए जहेमारे अशुध्द होत हँए । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 0cc4630..5f9bf35 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -115,6 +115,7 @@ "07-36", "07-39", "08-01", + "08-04", "09-title", "10-title", "11-title",