From 8d1c19b1722d7268d6f623f324fcc2807e5214ee Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 18 May 2023 23:04:23 +0545 Subject: [PATCH] Thu May 18 2023 23:04:23 GMT+0545 (Nepal Time) --- 15/01.txt | 1 + 15/03.txt | 1 + 15/05.txt | 1 + 15/08.txt | 1 + 15/10.txt | 1 + 5 files changed, 5 insertions(+) create mode 100644 15/01.txt create mode 100644 15/03.txt create mode 100644 15/05.txt create mode 100644 15/08.txt create mode 100644 15/10.txt diff --git a/15/01.txt b/15/01.txt new file mode 100644 index 0000000..9ed1805 --- /dev/null +++ b/15/01.txt @@ -0,0 +1 @@ +\c 15 \v 1 \v 2 1 भैया तुम, मए तुमके प्रचार करो सुसमाचार मए तुमके याद दिलान चाहत हौ, जौन सुसमाचार तुम ग्रहण करे, और जोमे तुम स्तिर रहतहौ| 2 जा सुसमाचारसे तुमर उध्दार भव हए, अगर जामे तुम अटल रहबैगे कहेसे, नत तुम व्यर्थैमे विश्वास करहौ| \ No newline at end of file diff --git a/15/03.txt b/15/03.txt new file mode 100644 index 0000000..94726bf --- /dev/null +++ b/15/03.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 3 \v 4 3 काहेकी मए जो पाओ बो सबसे मुख्य विषयके रुपमे तुमके सौपदाओ,अथवा पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार ख्रीष्ट हमरो पापके ताहि मरो रहए| 4 बो गणो रहए, और पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तिसरो दिनमे बो फिर जिन्दा भव रहए| \ No newline at end of file diff --git a/15/05.txt b/15/05.txt new file mode 100644 index 0000000..aa5d748 --- /dev/null +++ b/15/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 \v 6 \v 7 5 बो केफासठीन, और बाह्र जनैठीन दिखानो रहए| 6 पिच्छु बो एकै समयमे पाँच सयसे जद्धा भैयाठीन एकसंग दिखानो रहए, जे मैसे बेढम अभेसम्म हए| पर कोइ-कोइ सोत हए| 7 फिर पच्छु याकूब और सब प्रेरितठीन बो दिखानो रहए| \ No newline at end of file diff --git a/15/08.txt b/15/08.txt new file mode 100644 index 0000000..0f9da06 --- /dev/null +++ b/15/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 \v 9 8 सबसे पिच्छु असमयमे जन्मो आदमीठीन जैसो मिरठीन फिर बो दिखानो रहए| 9 काहेकी प्रेरितमैसे मए सबसे तुच्छ हौ| मए प्रेरित कहनको योग्य नैयाँ| काहेकी मए परमेश्वरको मण्डलीके खेदो करो| \ No newline at end of file diff --git a/15/10.txt b/15/10.txt new file mode 100644 index 0000000..dcb146a --- /dev/null +++ b/15/10.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 10 \v 11 10 संसारमे शायद बहुत किसिमके भाषा हँए| बे कोइ फिर अर्थहिन नैयाँ| 11 जहेमारे मए भव फिर अथवा बे भए फिर, हम जो प्रचार करत हए, सो तुम विश्वास करे हौ| \ No newline at end of file