diff --git a/04/05.txt b/04/05.txt new file mode 100644 index 0000000..be09cee --- /dev/null +++ b/04/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 5 जहेमारे तुको समयसे अग्गु न्याय मतकरौ, प्रभु आन तक आसिया बौ| बो अँध्यारोमे लुकी बातके उजियारोमे लाबैगो, और आदमीको हृदय अभिप्राय प्रकट करदेत हए । तव सब आदमी परमेश्वरमे अपनो प्रशंसा पामंगे । \ No newline at end of file diff --git a/04/06.txt b/04/06.txt new file mode 100644 index 0000000..a5a3a0a --- /dev/null +++ b/04/06.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 6 \v 7 6 भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ । 7 औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ? \ No newline at end of file diff --git a/04/08.txt b/04/08.txt new file mode 100644 index 0000000..78f87a6 --- /dev/null +++ b/04/08.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 8 \v 9 8 तुम तृप्त हुइगए| तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ| तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए! 9 काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए । \ No newline at end of file