From 3ce06c77e4353a45cf2a9bf41da5904f5913ca6f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Sun, 30 Jul 2023 12:29:08 +0545 Subject: [PATCH] Sun Jul 30 2023 12:29:07 GMT+0545 (Nepal Time) --- 12/30.txt | 2 +- 13/01.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/12/30.txt b/12/30.txt index 0ae6409..132e3a3 100644 --- a/12/30.txt +++ b/12/30.txt @@ -1 +1 @@ -\v 30 का सबके संग अच्छो करन बारो वरदान होतहए ? का सब बेढम भाषा मस्कत हँए? का बे सब औरे भाषाक मतलब बतात हँए ? \v 31 पर और उचो वरदानको उत्कट इच्छा करौ । तव मए तुमके और उत्तम डगर बतए हौ । \ No newline at end of file +\v 30 का सबके संग अच्छो करन बारो वरदान होतहए ? का सब बेढम भाषा मस्कत हँए? का बे सब औरे भाषाक मतलब बतात हँए ? \v 31 पर और उचो वरदानको उत्कट इच्छा करौ । तव मए तुमके और अच्छो डगर दिखामंगो । \ No newline at end of file diff --git a/13/01.txt b/13/01.txt index e6f6bb5..58815ef 100644 --- a/13/01.txt +++ b/13/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 13 \v 1 1 मए आदमी और स्वर्गदूतको भाषामे बोलेसे फिर मोएमे प्रेम नैयाँ तव मए हल्ला मचानबारो घण्टा और चिन्झा इकल्लो हुइहौ| \v 2 2 मिरसंग ज्ञान बुझ्न शक्ति हुइहए, और सबै रहस्य सब ज्ञान बुझ्न सिकहौ, और पाहड हटानबारो सम्पूर्ण विश्वास मिरसंग हुइहए, पर मोएमे प्रेम नैयाँ तव मए कुछु नैयाँ| \v 3 3 अगर सार सम्पत्ति वाँटदेओ और मिर शरीर जलानके दै देहओ, पर मोएमे प्रेम नैयाँ तव मोके कुछ लाभ नाए हुइहए| \ No newline at end of file +\c 13 \v 1 मए आदमी और स्वर्गदूतको भाषामे बोलेसे फिर मोएमे प्रेम नैयाँ तव मए हल्ला मचानबारो घण्टा और चिन्झा इकल्लो हुइहौ \v 2 मिरसंग ज्ञान बुझ्न शक्ति हुइहए, और सबै रहस्य सब ज्ञान बुझ्न सिकहौ, और पाहड हटानबारो सम्पूर्ण विश्वास मिरसंग हुइहए, पर मोएमे प्रेम नैयाँ तव मए कुछु नैयाँ \v 3 3 अगर सार सम्पत्ति वाँटदेओ और मिर शरीर जलानके दै देहओ, पर मोएमे प्रेम नैयाँ तव मोके कुछ लाभ नाए हुइहए| \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index f7a2de5..031b1b9 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -168,6 +168,7 @@ "12-21", "12-25", "12-28", + "12-30", "13-title", "14-title", "15-title",