diff --git a/06/04.txt b/06/04.txt index f242c5d..b6822ef 100644 --- a/06/04.txt +++ b/06/04.txt @@ -1 +1 @@ -\v 4 अइसो लडाइतुमरमे नैयाँ कहेसे, बे लडाइ काहे बे आदमीके अग्गु धरतहौ,जौन आदमी मण्डली के कोई मोलको ना मानत हँए? \v 5 तुमके शर्ममे पड्न मए जा कहतहौ । अपन ददाभैयनके बीचमे लडाइ मिलान सिकानबालो बुध्दीमान आदमी को नेहत्व तुममे कोई ना पए हौ ? \v 6 पर एक भैया दुसरो भैयाके विरुध्दमे अदालतमे जए हए , बो फिर अविश्वासीके सामने दध \ No newline at end of file +\v 4 अइसो लडाइतुमरमे नैयाँ कहेसे, बे लडाइ काहे बे आदमीके अग्गु धरतहौ,जौन आदमी मण्डली के कोई मोलको ना मानत हँए? \v 5 तुमके शर्ममे पड्न मए जा कहतहौ । अपन ददाभैयनके बीचमे लडाइ मिलान सिकानबालो बुध्दीमान आदमी को नेहत्व तुममे कोई ना पए हौ ? \v 6 पर एक भैया दुसरो भैयाके विरुध्दमे अदालतमे जए हए , बो फिर अविश्वासीके सामने मुद्धा धरत हए। \ No newline at end of file diff --git a/06/07.txt b/06/07.txt index 4a57feb..b60e05f 100644 --- a/06/07.txt +++ b/06/07.txt @@ -1 +1 @@ -\v 7 तुमर एक दुसरेके विरुध्दमे मुद्दा लडन त तुमर हार हए| बरु अन्याय काहे ना सहमैँ? बरु काहे ठगके ना बैठएँ? \v 8 पर तुमही त अन्याय करतहओ और ठगतहौ, बो फिर अपनी भैयाके ! \ No newline at end of file +\v 7 तुमर एक दुसरेके विरुध्दमे लडन कहेत त तुमर हार हए । बरु अन्याय काहे ना सहमैँ? बरु काहे ठगके ना बैठएँ? \v 8 पर तुमही त अन्याय करतहओ और ठगतहौ, बो फिर अपनी भैयाके ! \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 4a12e3a..199b488 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -90,6 +90,7 @@ "05-11", "06-title", "06-01", + "06-04", "07-title", "09-title", "10-title",