From 2c73aece5109235365f3ec78a33315e3a824e715 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Fri, 28 Jul 2023 21:54:21 +0545 Subject: [PATCH] Fri Jul 28 2023 21:54:21 GMT+0545 (Nepal Time) --- 08/11.txt | 2 +- 09/01.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/08/11.txt b/08/11.txt index 67f05e5..3542809 100644 --- a/08/11.txt +++ b/08/11.txt @@ -1 +1 @@ -\v 11 और तिर ज्ञानके मारे बा दुर्वल हुइके नष्ट हुइजए हए,जौनके ताहिँ ख्रीष्ट मरो हए । \v 12 अब अइसो अपन भैयाके विरुध्दमे पाप करत और बिनको दुर्वल दिमाकके चोट लगात तुम ख्रीष्टके विरूध्दमे पाप करत हौ । \v 13 जहेमारे खानबारी चिजसे मेरो भैयाके बाधा होत हए कहेसे मए अपन भैयाके बाधा ना होबए कहिके कबहु बुट्टी ना खए हौ । \ No newline at end of file +\v 11 और तिर ज्ञानके मारे बा दुर्वल हुइके नष्ट हुइजए हए,जौनके ताहिँ ख्रीष्ट मरो हए । \v 12 अब अइसो अपन भैयाके विरुध्दमे पाप करत और बिनको दुर्वल दिमाकके चोट लगात तुम ख्रीष्टके विरूध्दमे पाप करत हौ । \v 13 जहेमारे खानबारी चिजसे मेरो भैयाके बाधा होत हए कहेसे मए अपन भैयाके बाधा ना होबए कहिके कबहु बुट्टी ना खए हौ । \ No newline at end of file diff --git a/09/01.txt b/09/01.txt index edc11c0..12a84c8 100644 --- a/09/01.txt +++ b/09/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 9 \v 1 1 का मए स्वतन्त्र ना हौँ? का मए प्रेरित ना हौं? का मए येशू, हमर प्रभूकेना देखो हौं? का प्रभुमे तुम मेरो कामको प्रतिफल ना देखे हौ? \v 2 2 मए और के ताहिँ प्रेरित ना होएसे फिर कम-से-कम तुमर ताँही ता हौ, काहेकि प्रभुमे मिर प्रेरितको कामको छाप तुमही हौ| \ No newline at end of file +\c 9 \v 1 का मए स्वतन्त्र ना हौँ ? का मए प्रेरित ना हौं? का मए येशू, हमर प्रभूकेना देखो हौं ? का प्रभुमे तुम मेरो कामको प्रतिफल ना देखे हौ ? \v 2 मए और के ताहिँ प्रेरित ना होएसे फिर कम-से-कम तुमर ताँही ता हौ, काहेकि प्रभुमे मिर प्रेरितको कामको छाप तुमही हौ । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 0f636e3..448b53b 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -118,6 +118,7 @@ "08-04", "08-07", "08-08", + "08-11", "09-title", "10-title", "11-title",