From 0af1114201b18eab37e208aa5614ef7371815f0e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 27 Jul 2023 21:18:03 +0545 Subject: [PATCH] Thu Jul 27 2023 21:18:03 GMT+0545 (Nepal Time) --- 04/19.txt | 2 +- 05/01.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/04/19.txt b/04/19.txt index 8fd794e..4a41d7e 100644 --- a/04/19.txt +++ b/04/19.txt @@ -1 +1 @@ -\v 19 तव प्रभुको इच्छा भओ, काहेकी मए तुमरठीन जल्दी अएँ हौँ, और बे अहङकारी आदमीको बात नैयाँ, पर बिनको शक्ति तौ का हए बाको पात लगामंगो । \v 20 काहेकी परमेश्वरको राज्य बातमे नैयाँ, पर शक्तिमे हए । \v 21 तुम का इच्छा करतहौ? मए तुमरेठीन छडीं लैके अमंओ, कि नम्रताके आत्मा मे प्रेम साथ ? \ No newline at end of file +\v 19 तव प्रभुको इच्छा भओ, काहेकी मए तुमरठीन जल्दी अएँ हौँ, और बे अहङकारी आदमीको बात नैयाँ, पर बिनको शक्ति तौ का हए बाको पात लगामंगो । \v 20 काहेकी परमेश्वरको राज्य बातमे नैयाँ, पर शक्तिमे हए । \v 21 तुम का इच्छा करतहौ? मए तुमरेठीन छडीं लैके अमंओ, कि नम्रताके आत्मा मे प्रेम साथ ? \ No newline at end of file diff --git a/05/01.txt b/05/01.txt index 920732e..33a4fbe 100644 --- a/05/01.txt +++ b/05/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 5 \v 1 1 तुमर बीचमे व्यभिचार हए कहिके बात पक्का करके सुनोहौँ, अइसो व्यभिचार त अन्यजातिमे फिर ना होत हए । तुमरो मैसे कोई एक जनै अपन दौवाके बैयर लै हए कहिके सुनो हौँ । \v 2 2 तुम त घमण्ड करहौ| तुमके त शोक करन ना रहए का? अइसो काम करन बालेक त तुमर बीच मैसे हटाबओ । \ No newline at end of file +\c 5 \v 1 तुमर बीचमे व्यभिचार हए कहिके बात पक्का करके सुनोहौँ, अइसो व्यभिचार त अन्यजातिमे फिर ना होत हए । तुमरो मैसे कोई एक जनै अपन दौवाके बैयर लै हए कहिके सुनो हौँ । \v 2 तुम त घमण्ड करहौ| तुमके त शोक करन ना रहए का? अइसो काम करन बालेक त तुमर बीच मैसे हटाबओ । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 0ba61c4..e8d4678 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -81,6 +81,7 @@ "04-12", "04-14", "04-17", + "04-19", "05-title", "06-title", "07-title",