# परन्तु हम “हम” अर्थात पौलुस एवं उसके पाठक # परमेश्वर की ओर से है “परमेश्वर ने हमें बिना मोल दिया है” या “परमेश्वर ने हमें मुझ में दिया है”। # आत्मिक बातें आत्मिक बातों से मिलाकर सुनाते हैं पवित्र आत्मा अपने ही शब्दों में मिलकर विश्वासी तक परमेश्वर का सत्य पहुंचाता है और उन्हें अपना ज्ञान प्रदान करता है।