# सामन्‍य जानकारी यह भजन लगातार बता रहा है कि कैसे परमेश्‍वर हमारी चिन्‍ता करता है जैसे एक चरवाहा अपनी भेड़ों की चिन्‍ता करता है। # चाहे मैं घोर अंधकार से भरी हुई तराई में होकर चलूँ। “चाहे मेरी जिंदगी अंधेरे और खतरों की तराईयों में चलने के समान हो जाये“ # तो भी हानि से न डरूँगा। “मैं नहीं डरूँगा के कोई मुझे नुकसान पहुँचायेगा” # क्योंकि तू मेरे साथ रहता है। यहा पर “तू” यहोवा को दर्शाता है। # तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है। “मैं नहीं डरता क्‍योकि तू मेरी रक्षा ऐसे करता है जैसे‍‍ चरवाहा जो अपनी भेड़ो की अपनी लाठी और सोटे से रक्षा करता है”