# यदि बुराई न करें, तो उनको नींद नहीं आती लेखक दुष्ट लोगों को बुरे कार्यों को करने की इच्छा व्यक्त करने के लिए अतिरंजना का उपयोग करता है। # उन्हें नींद नहीं मिलती लेखक लोगों को सोने में असमर्थ होने की बात करता है जैसे कि नींद एक वस्तु है जो किसी ने उन से चुरा ली है।कि “वे सोने से असमर्थ है"। # जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएँ लेखक लोगों के सोने से असमर्थ होने की बात करता है जैसे कि नींद एक वस्तु है जिसे किसी ने उन से चुरा लिया है जैसे कि "वे सोने से असमर्थ हैं"। # क्योंकि वे दुष्टता की रोटी खाते, और हिंसा का दाखमधु पीते हैं। इसका सामन्य‍ अर्थ है कि इन लोगों की दुष्टता और हिंसा करकर अपना भोजन और पेय मिलता है। जैसे कि “वे दुष्ट लोग जो चीजों को प्राप्त करते है, इन से रोटी खाते है और शराब पीते है”।