# मैं प्रभु पर तुम्हारे विषय में भरोसा रखता हूं “मुझे तुम पर भरोसा है क्योंकि परमेश्वर तुम्हारी सहायता करेगा”। # कि तुम्हारा कोई दूसरा विचार ना होगा कुछ लोग इसका अनुवाद करते हैं, “तुम मेरी बातों के अतिरिक्त और कुछ नहीं सोचोगे”। # विचार “विश्वास” # जो तुम्हें घबरा देता है....दण्ड पायेगा “मैं नहीं जानता कि तुम्हें भ्रमित करनेवाला कौन है परन्तु वह अवश्य दण्ड पाएगा”। # तुम्हें घबरा देता है “सत्य के विषय में तुम्हें डावांडोल करता है” (देखें यू.डी.बी.) या “तुम्हारे मध्य समस्या उत्पन्न करता है”। # अपना दण्ड पाएगा “परमेश्वर से दण्ड पाएगा” # कोई क्यों ना हो इसका अर्थ 1) पौलुस उन मनुष्यों के नाम नहीं जानता था जो गलातिया प्रदेश की कलीसियाओं को व्यवस्था का दास बनाना चाहते थे। 2) पौलुस चाहता था कि गलातिया के विश्वासी उन्हें भ्रमित करने वालों को नगण्य समझें चाहे वे धनवान या गरीब या बड़े या छोटे, या धर्मी या धर्मरहित हों