# सामान्य जानकारी मुसा इस्राएलियों के लिए एक काव्यात्मक गीत बोलता है। # मैं ही, वह हूँ मैं, मैं स्वयं यां मैं अकेला यहोवा मैं पर जो़र देने को बार बार कहता है कि केवल वह ही परमेश्वर है। # मैं अपना हाथ स्वर्ग की ओर उठाकर कहता हूँ, मैं अपने हाथ स्वर्ग की ओर उठाता हूँ और शपथ लेता हूँ यां मैंने शपथ ली है, हाथ उठाना शपथ लेने का संकेत है। # मैं अनन्तकाल के लिये जीवित हूँ जैसा कि निश्चित रूप से मैं सर्वदा के लिए जीवित हूँ।