# सामान्य जानकारी मुसा इस्राएलियों के लिए एक काव्यात्मक गीत बोलता है। वह यहोवा के शब्दों को प्रस्तुत करना जारी रखता है। # परन्तु मुझे शत्रुओं की छेड़-छाड़ का डर था मुझे शत्रुयों के उकसाने का डर था। # शत्रुओं की छेड़-छाड़ शत्रु मुझे क्रोध दिलाएगा। # शत्रु मेरे शत्रु। # द्रोही इसको उलटा समझकर गलत समझना। # हम अपने ही बाहुबल हमने उनको हरा दिया क्योंकि हम अधिक सामर्थी है।