hi_tn/isa/51/16.md

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2021-08-16 21:23:19 +00:00
# मैंने तेरे मुँह में अपने वचन डाले,
“मैने तुझे बताया कि कया कहना है”
# तुझे अपने हाथ की आड़ में छिपा रखा है
“मैने तेरी रक्षा की है और तुझे बचाऐ रखा है”
# कि मैं आकाश को तानूँ
“कि मैं आकाश को बना सकूँ”
# पृथ्वी की नींव डालूँ,
यशाया कहता हे कि धरती को संभालने वाला ढांचा भी हिल जायेगा। “धरती को बुरी तरह से हिलाया जायेगा“ या “बड़े- बड़े भूचाल आयेंगे।