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# सामन्य जानकारी
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यहोवा इस्राएल के लोगो के साथ बात कर रहा है।
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# मेरी ओर ध्यान धरो... मेरी सुनो;
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इन दोनो वाक्यांश का एक ही अर्थ है दोनो एक साथ सुनने पे जोर देते है।
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# मैं अपना नियम देश-देश के लोगों की ज्योति होने के लिये स्थिर करूँगा।
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“मेरे नियम देश देश को सिखाऐंगे की क्या सही है”
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# मेरा छुटकारा निकट है
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“मैं जलद ही उनको अपनी धार्मिकता दिखाऊँगा”
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# मेरा उद्धार प्रगट हुआ है;
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“मैं लोगो को बचाऊँगा”
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# अपने भुजबल से देश-देश के लोगों का न्याय करूँगा।
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“मैं अपने बल से देश देश के उपर राज्या करूँगा”
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# द्वीप
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वह लोग जो द्वीपो पे रहते है।
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# बाट जोहेंगे और मेरे भुजबल पर आशा रखेंगे।
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“वह बचाओ के लिऐ आशा से मेरा इंतजार करेंगे “
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