2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
# इसलिए.... किसी बात का न्याय न करो
|
|
|
|
|
2017-08-29 21:40:57 +00:00
|
|
|
प्रभु जब आएगा तक वह न्याय करेगा, हमें न्याय करने की आवश्यकता नहीं है
|
2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
|
2017-08-29 21:40:57 +00:00
|
|
|
# जब तक प्रभु न आए
|
2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
|
2017-08-29 21:40:57 +00:00
|
|
|
प्रभु के पुनः आगमन तक
|
2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
|
2017-08-29 21:40:57 +00:00
|
|
|
# मनों के अभिप्रायों को
|
2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
|
2017-08-29 21:40:57 +00:00
|
|
|
“मनुष्यों के आन्तरिक उद्देश्यों को”
|
2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
|
2017-08-29 21:40:57 +00:00
|
|
|
# वही अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखायेगा और मनों के अभिप्रायों को प्रगट करेगा।
|
2021-08-16 19:58:42 +00:00
|
|
|
|
|
|
|
परमेश्वर मनुष्य के मन के विचार और उद्देश्यों को सामने लाएगा। प्रभु के समक्ष कुछ भी छिपा नहीं है।
|