hi_tn/eph/01/03.md

20 lines
1.2 KiB
Markdown
Raw Permalink Normal View History

2017-08-29 21:40:57 +00:00
# हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम्हारी आत्मा के साथ रहे।
2021-08-16 19:58:42 +00:00
इसको कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त किया जा सकता है, “हम अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता और परमेश्वर की स्तुति करें।”
2017-08-29 21:40:57 +00:00
# उसने जो हमें आशीष.... दी है
2021-08-16 19:58:42 +00:00
2017-08-29 21:40:57 +00:00
“परमेश्वर ने हमें आशीष दी है”
2021-08-16 19:58:42 +00:00
# आशीष दी है
यह एक समावेशी सर्वनाम है जिसमें पौलुस और इफिसुस के सब विश्वासी हैं।
# सब प्रकार की आत्मिक आशीष
2017-08-29 21:40:57 +00:00
“परमेश्वर की आत्मा से प्रवाहित सब आशीषों से”
2021-08-16 19:58:42 +00:00
2017-08-29 21:40:57 +00:00
# पवित्र और निर्दोष हों
2021-08-16 19:58:42 +00:00
पौलुस दो गुणों की चर्चा करता है जो हम परमेश्वर में विकसित कर सकते हैं।