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# सामान्य जानकारी
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मूसा इस्राएल के लोगों को एक कविता के जैसा गीत सुनाता है
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# स्मरण करो…विचारों…अपने बाप…तुम को बताएगा…अपने वृद्ध लोगों…तुझ से कह देंगे
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मूसा इस्राएल के लोगों से ऐसे बात करता है जैसे वो एक मनुष्य हो, इसी लिए यहाँ तेरा, तुम एक वचन में हैं
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# स्मरण करो
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याद करो
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# प्राचीनकाल के दिनों को
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मूसा उस समय की बात करता है जब इस्राएल के पूर्वज जीवित थे
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# पीढ़ी-पीढ़ी के वर्षों को विचारों
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मूसा उसी बात को दोहरा रहा है जो उसने पहले भाग में कही। वो चाहता था कि लोग अपने इतिहास पर ध्यान दें
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# वह तुम को बताएगा
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वह तुम्हें इसे समझने में सहायता करेगा
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# जाति को निज-निज भाग बाँट दिया
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तुम्हें अपना निज भाग दिया
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# तब उसने देश-देश के लोगों की सीमाएँ इस्राएलियों की गिनती के अनुसार ठहराई
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परमेश्वर ने हर जन समूह का प्रभाव उनके देवतों के साथ सीमित कर दिया
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