# x यीशु उन नगरों के विरोध में ही कह रहा है जिसमें उसने पहले चमत्कार दिखाए थे। # हे कफरनहूम अब यीशु कफरनहूम के निवासियों को संबोधन कर रहा है जैसे कि मानों वे सुन रहे हैं परन्तु वे सुन नहीं रहे हैं। (देखें /उत्संबोधन) "तू" सर्वनाम यहाँ एकवचन में है और इन दोनों पदों में हर जगह कफरनहूम का बोध कराता है। # कफरनहूम .... सदोम इन नगरों कें नाम लाक्षणिक प्रयोग हैं जिसका अर्थ है वहाँ के निवासी (देखें: /लाक्षणिक प्रयोग) # क्या तू स्वर्ग तक ऊंचा किया जायेगा? इस प्रश्न के द्वारा यीशु कफरनहूम के निवासियों को उनके घमण्ड के लिए झिड़कता है। इसका अनुवाद कर्तृवाच्य वाक्य में किया जा सकता है, "क्या तू स्वर्ग तक जायेगा"? या "क्या तू सोचता है कि परमेश्वर तुझे सम्मानित करेगा"? # ऊँचा किया जायेगा। ऊँचा किया जायेगा "सम्मानित किया जायेगा" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-idiom]]) # तू तो अधोलोक तक नीचे जायेगा। इसका अनुवाद कर्तृवाच्य वाक्य में किया जा सकता है, "परमेश्वर तुझे अधोलोक में गिराएगा"। # जो सामर्थ्य के काम तुझमें किए गए हैं, यदि सदोम में किए जाते जो सामर्थ्य के काम तुझ में किए गए हैं, यदि सदोम में किए जाते इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में किया जा सकता है, "यदि मैं उन सामर्थी कार्यों को करता जो मैंने तुझ में किए हैं"। # सामर्थ्य के काम। सामर्थ्य के काम, "बड़े-बड़े काम", "शक्ति प्रदर्शन के काम" या "चमत्कार"। (यू.डी.बी.) # तो वह आज तक बना रहता। "वह" सर्वनाम सदोम का बोध कराता है। # न्याय के दिन तेरी दशा से सदोम की दशा अधिक सहनेयोग्य होगी। इसका अनुवाद हो सकता है, "न्याय के दिन परमेश्वर तेरी अपेक्षा सदोम को अधिक दया दिखाएगा" या "न्याय के दिन परमेश्वर तुझे सदोम के निवासियों से अधिक दण्ड देगा" (देखें यू.डी.बी.) यहाँ सलंग्न जानकारी है, "क्योंकि तूने मन फिराकर मुझमें विश्वास नहीं किया है जबकि तूने मेरे आश्चर्यकर्म देखे हैं"। (देखें [[rc://*/ta/man/translate/figs-explicit]])