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\v 11 11 जे बात तुमके उदहारणके रूपमे भव रहए और हमर शिक्षाके ताहिँ लिखो हए| जक उपर युग-युगको अन्त आइ गव हए| \v 12 12 ज़हेमारे जौन ठाडो हौ कहिके सोचे हए| बो होसियार रहए नत बो गिरैगो| \v 13 13 आदमीके आन बारो परिक्षाके अलावा तुम और परिक्षामे नाए पणे हौ| पर परमेश्वर विश्वास योग्य हए, जौन तुमके तुमर शक्तिसे बाहीरको परिक्षामे नाए पणन देबैगो, पर तुम सहन सिकैगे कहिके परिक्षाके संगसंग उम्कन डगर फिर देहए| अइसी तुम बोके सहे डारैगे|