\v 33 33 जहेमारे मेरे भैया तुम, खानके एकसंग भेला होत एक दुसरेके असियाबै| \v 34 34 अगर कोइ भुखो हए कहेसे बो घरमे खाबै, नत एकसंग भेला होत तुम दण्डको भागी हुइहौ| और बातके बारेमे मए आएके निर्देशन देमंगो|