\c 3 \v 1 भैया रेओ, तुमरसंग मस्कन आत्मिक जनसंग मस्कन जैसो मए ना मस्कपओ, पर सांसारिक आदमी,ख्रीष्टमे दुधे बाच्चाकसंग मस्कोजैसो मए मस्क पऔ । \v 2 मए तुमके दूध खबओ, कर्रो चिज नाए, काहेकी तुम बाके ताहिँ तयार ना रहौँ, और हबए फिर ना हौ ।