From e4c3a781fc9df2ae5e78122e1a56f5b95013e990 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 27 Jul 2023 16:02:20 +0545 Subject: [PATCH] Thu Jul 27 2023 16:02:19 GMT+0545 (Nepal Time) --- 09/09.txt | 2 +- 09/12.txt | 2 +- 09/15.txt | 2 +- 3 files changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/09/09.txt b/09/09.txt index 213b18c..97b118a 100644 --- a/09/09.txt +++ b/09/09.txt @@ -1 +1 @@ -\v 9 मोशाकी व्यवस्थामे एैसो लिखो हए , "दाँहँ करत ब्राधके मोखरी मतलगओ का परमेश्‍वर,"\v 10 10 का बा हमर ताहिँ जा नाकही हए का? हमर ताहीं जा लिखो हए| कहिके जोतन बारो और पैरी गाँहनबारो अन्नको थोरी हिस्सा पान आशामे जोतत् और गाँहत हए| \v 11 11 अगर हम तुमर बिचमे आत्मीक बिउ बोएहंएँ कहेसे, और तुमर भौतिक सम्पत्तिको कटानी करेहए कहेसे, का बो जद्धा हुहए र? \ No newline at end of file +\v 9 मोशाकी व्यवस्थामे एैसो लिखो हए , "दाँहँ करत ब्राधके मोखरी मतलगओ का परमेश्‍वर गौसए ब्राधको मात्र वास्ता करत हए ?" \v 10 10 का बा हमर ताहिँ जा नाकही हए का? हमर ताहीं जा लिखो हए| कहिके जोतन बारो और पैरी गाँहनबारो अन्नको थोरी हिस्सा पान आशामे जोतत् और गाँहत हए| \v 11 11 अगर हम तुमर बिचमे आत्मीक बिउ बोएहंएँ कहेसे, और तुमर भौतिक सम्पत्तिको कटानी करेहए कहेसे, का बो जद्धा हुहए र? \ No newline at end of file diff --git a/09/12.txt b/09/12.txt index 7ba6172..97c9e1b 100644 --- a/09/12.txt +++ b/09/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 \v 13 \v 14 12 अगर और आदमी तुमर उपर एकलौटो हकको दाबी करैगो कहेसे का हमर और जद्धा हक ना हए? तहुफिर हम त जा हकको प्रयोग ना करे हएँ| पर ख्रीष्टको सुसमाचारमे बाधा मत करौ बरु हम सब बात सही लेमंगे| 13 का तुमके पता ना हए, कि मन्दिरमे सेवा करन बाले मन्दिरसे खात हएँ, और वेदीके सेवा करन बाले बलिसे हिस्सा लेत हैँइ? 14 अइसी सुसमाचार प्रचार करन बाले सुसमाचारसे जीवन चलएँ कहिके प्रभु आज्ञा दै हए| \ No newline at end of file +\v 12 12 अगर और आदमी तुमर उपर एकलौटो हकको दाबी करैगो कहेसे का हमर और जद्धा हक ना हए? तहुफिर हम त जा हकको प्रयोग ना करे हएँ| पर ख्रीष्टको सुसमाचारमे बाधा मत करौ बरु हम सब बात सही लेमंगे| \v 13 13 का तुमके पता ना हए, कि मन्दिरमे सेवा करन बाले मन्दिरसे खात हएँ, और वेदीके सेवा करन बाले बलिसे हिस्सा लेत हैँइ? \v 14 14 अइसी सुसमाचार प्रचार करन बाले सुसमाचारसे जीवन चलएँ कहिके प्रभु आज्ञा दै हए| \ No newline at end of file diff --git a/09/15.txt b/09/15.txt index d0de6bf..c03de40 100644 --- a/09/15.txt +++ b/09/15.txt @@ -1 +1 @@ -\v 15 \v 16 15 पर जे हकमैसे मए कछु प्रयोग ना करोहौँ, और मिर ताँहीं अइसी प्रबन्ध होए कहिके मए जे बात ना लिखो| काहेकी मिर गर्व करन बातसे कोई मोके दुर करनसे बरु मोके मारन अच्छो हए| 16 काहेकी मए सुसमाचार प्रचार करो कहेसे बो मे मोके घमण्ड करन कोई कारण ना हए| काहेकि अइसो करन मए मजबुर हौ| अगर सुसमाचार प्रचार ना करो कहेसे मोके धिक्कार हए| \ No newline at end of file +\v 15 15 पर जे हकमैसे मए कछु प्रयोग ना करोहौँ, और मिर ताँहीं अइसी प्रबन्ध होए कहिके मए जे बात ना लिखो| काहेकी मिर गर्व करन बातसे कोई मोके दुर करनसे बरु मोके मारन अच्छो हए| \v 16 16 काहेकी मए सुसमाचार प्रचार करो कहेसे बो मे मोके घमण्ड करन कोई कारण ना हए| काहेकि अइसो करन मए मजबुर हौ| अगर सुसमाचार प्रचार ना करो कहेसे मोके धिक्कार हए| \ No newline at end of file