From de3bb72189653c2193c887548c9a18f4b9721007 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Sun, 30 Jul 2023 15:57:08 +0545 Subject: [PATCH] Sun Jul 30 2023 15:57:08 GMT+0545 (Nepal Time) --- 14/31.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/14/31.txt b/14/31.txt index ac1dfe3..21a96ac 100644 --- a/14/31.txt +++ b/14/31.txt @@ -1 +1 @@ -\v 31 तुम सब पालो पालोसे अगमवाणी बोल सकत हौ, और अइसी सबैसे सिख सकएँ और सबैके उत्साह पाए सकएँ । \v 32 अगमवक्ताकी आत्मा अगमवक्ताके अधीनमे होत हए| \v 33 काहेकी परमेश्वर गोलमालको परमेश्वर ना हय पर शन्तिको परमेश्वर हए| सन्त सबै मण्डलीमे भव प्रार्नसार, \ No newline at end of file +\v 31 तुम सब पालो पालोसे अगमवाणी बोल सकत हौ, और अइसी सबैसे सिख सकएँ और सबैके उत्साह पाए सकएँ । \v 32 अगमवक्ताकी आत्मा अगमवक्ताके अधीनमे होत हए| \v 33 काहेकी परमेश्वर गोलमालको परमेश्वर ना हय पर शन्तिको परमेश्वर हए| सन्त सबै मण्डलीमे भौ अनुसार \ No newline at end of file