From cd4e5b0a77927294839d37f84756aacb83a59446 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Sun, 30 Jul 2023 14:57:08 +0545 Subject: [PATCH] Sun Jul 30 2023 14:57:08 GMT+0545 (Nepal Time) --- 14/12.txt | 2 +- 14/15.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/14/12.txt b/14/12.txt index 0a4af96..bf83f8d 100644 --- a/14/12.txt +++ b/14/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 तुमर ताँहि फिरअइसी हए । तुम फिर पवित्र आत्माको वरदानके ताँहिँ उत्सुक भौ जैसो मण्डलीके बनानको काममे जाँगर बारे बानौ । \v 13 जहेमारे अन्य भाषामे मस्कनबारो आदमी बाको अर्थ बातए पाबए कहिके प्रार्थना करए । \v 14 काहेकी अगर मए अन्य भाषामे प्राथना करत हौँ कहेसे मिरआत्मा प्रार्थना करत हए, पर मिर दिमाक त काम ना करत हए । \ No newline at end of file +\v 12 तुमर ताँहि फिरअइसी हए । तुम फिर पवित्र आत्माको वरदानके ताँहिँ उत्सुक भौ जैसो मण्डलीके बनानको काममे जाँगर बारे बानौ । \v 13 जहेमारे अन्य भाषामे मस्कनबारो आदमी बाको अर्थ बातए पाबए कहिके प्रार्थना करए । \v 14 काहेकी अगर मए अन्य भाषामे प्राथना करत हौँ कहेसे मिरआत्मा प्रार्थना करत हए, पर मिर दिमाक त सफल ना होत हए । \ No newline at end of file diff --git a/14/15.txt b/14/15.txt index 82013cf..6e7d0bf 100644 --- a/14/15.txt +++ b/14/15.txt @@ -1 +1 @@ -\v 15 15 अब मए का करै त? मए आत्मामे प्रार्थना करत हौ, और दिमाकसे फिर प्रार्थना करत हौ| आत्मामे स्तुति करहौ, और मए दिमाकमे फिर स्तुति करत हौ| \v 16 16 तुम आत्मामे परमेश्वरको प्रशंसा करत बुझ्न नाए सिकनबारो बाहिरको आदमी तुमरो धन्यवादको प्रार्थना पिच्छु “आमेन” कैसे कतहए? जब कि तुम का कहे सो बे नबुझत हए| \ No newline at end of file +\v 15 अब मए का करै त? मए आत्मामे प्रार्थना करत हौ, और दिमाकसे फिर प्रार्थना करत हौ| आत्मामे स्तुति करहौ, और मए दिमाकमे फिर स्तुति करत हौ| \v 16 16 तुम आत्मामे परमेश्वरको प्रशंसा करत बुझ्न नाए सिकनबारो बाहिरको आदमी तुमरो धन्यवादको प्रार्थना पिच्छु “आमेन” कैसे कतहए? जब कि तुम का कहे सो बे नबुझत हए| \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index f2b2f45..36e67fe 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -179,6 +179,7 @@ "14-05", "14-07", "14-10", + "14-12", "15-title", "16-title" ]