From c08400ae8ea5f51fac211ca635abf13091042ea1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 27 Jul 2023 20:33:12 +0545 Subject: [PATCH] Thu Jul 27 2023 20:33:12 GMT+0545 (Nepal Time) --- 03/10.txt | 2 +- 03/12.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/03/10.txt b/03/10.txt index b7e0524..5bd70c4 100644 --- a/03/10.txt +++ b/03/10.txt @@ -1 +1 @@ -\v 10 मोके दओ भव परमेश्वरको अनुग्रह अनुसार, घर बनान् बालो अच्छो मिस्तरीसे जैसी मए जग डारो, और दुसरे बाके उपर घर बनात जाओ , बाके उपर बनन् बाले सब आदमी कैसे बनात हए, बो ध्यान देओं । \v 11 काहेकी जौन जग डारो गाओ हए, जो येशू ख्रीष्ट हए, बक बाहेक कोई आदमी फिर औरो जग ना डार पएँ हँए । \ No newline at end of file +\v 10 मोके दओ भव परमेश्वरको अनुग्रह अनुसार, घर बनान् बालो अच्छो मिस्तरीसे जैसी मए जग डारो, और दुसरे बाके उपर घर बनात जाओ , बाके उपर बनन् बाले सब आदमी कैसे बनात हँएँ, बो ध्यान देओं । \v 11 काहेकी जौन जग डारो गाओ हए, जो येशू ख्रीष्ट हए, बक बाहेक कोई आदमी फिर औरो जग ना डार पएँ हँए । \ No newline at end of file diff --git a/03/12.txt b/03/12.txt index 1b04bc0..9a8f074 100644 --- a/03/12.txt +++ b/03/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 12 अब अगर कोई आदमी जा जग उपर सोनो, चाँदी, बहुमुल्य पत्थर, काठ, घाँस अथवा पैरासे घर बनए कहेसे, \v 13 13 प्रत्येक आदमीको काम प्रकट होबैगो, काहेकी न्यायके दिनमे बो खुलस्त हुइजएहए| बो आगीसे प्रकट होबैगो, और सब कैसो काम करी हए, बो आगीसे जाँच होबैगो । \ No newline at end of file +\v 12 अब अगर कोई आदमी जा जग उपर सोनो, चाँदी, बहुमुल्य पत्थर, काठ, घाँस अथवा पैरासे घर बनए कहेसे, \v 13 प्रत्येक आदमीको काम प्रकट होबैगो, काहेकी न्यायके दिनमे बो खुलस्त हुइजएहए बो आगीसे प्रकट होबैगो, और सब कैसो काम करी हए, बो आगीसे जाँच होबैगो । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 43212cb..83c5369 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -65,6 +65,7 @@ "03-03", "03-06", "03-08", + "03-10", "04-title", "05-title", "06-title",