diff --git a/06/14.txt b/06/14.txt new file mode 100644 index 0000000..b90906e --- /dev/null +++ b/06/14.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 14 \v 15 14 परमेश्वर अपन शक्तिसे प्रभुके जीवित करी हए, और हमके फिर बाको शक्तिसे जीवित करैगो । 15 तुमर शरीर ख्रीष्टके अङ्ग हए कहिके का तुमके पता नैयाँ? तव का मए ख्रीष्टके अङ्ग लैके बिनके वेश्याके अशुध्द अङ्ग तुल्यामंगो? जा कबहु ना होबए ! \ No newline at end of file diff --git a/06/16.txt b/06/16.txt new file mode 100644 index 0000000..38bba1d --- /dev/null +++ b/06/16.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 16 \v 17 16 वेश्यासंग जुडनबालो आदमी शरीरमे बोकेसंग एक होतहए कहीभइ बातका तुम के पतानैयाँ ? काहेकी अइसो लिखो हए, “बे दुने एक शरीर होमंगे ।” 17 पर जो प्रभुसंग एक हए, बो बाकेसंग आत्मामे एक हुइहए । \ No newline at end of file