From 4031894a4fbd720df041d1c0ef33798218fc5759 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 27 Jul 2023 15:44:07 +0545 Subject: [PATCH] Thu Jul 27 2023 15:44:06 GMT+0545 (Nepal Time) --- 04/01.txt | 2 +- 04/03.txt | 2 +- 04/06.txt | 2 +- 04/08.txt | 2 +- 04/10.txt | 2 +- 04/12.txt | 2 +- 04/14.txt | 2 +- 04/17.txt | 2 +- 04/19.txt | 2 +- 05/title.txt | 1 + manifest.json | 1 + 11 files changed, 11 insertions(+), 9 deletions(-) create mode 100644 05/title.txt diff --git a/04/01.txt b/04/01.txt index 4c88768..f1eb1e7 100644 --- a/04/01.txt +++ b/04/01.txt @@ -1 +1 @@ -\c 4 \v 1 \v 2 अइसी आदमी हमके ख्रीष्टके सेवक और परमेश्वरको रहस्यके मालिक ठाने पडे हँए । 2 बो बाहेके जा आवश्यक हए, कि मालिक विश्वासयोग्य ठहरन पड्त हए । \ No newline at end of file +\c 4 \v 1 अइसी आदमी हमके ख्रीष्टके सेवक और परमेश्वरको रहस्यके मालिक ठाने पडे हँए । \v 2 2 बो बाहेके जा आवश्यक हए, कि मालिक विश्वासयोग्य ठहरन पड्त हए । \ No newline at end of file diff --git a/04/03.txt b/04/03.txt index 04a9d65..6d54e78 100644 --- a/04/03.txt +++ b/04/03.txt @@ -1 +1 @@ -\v 3 \v 4 3 तव बिनसे अथवा आदमीके कोई अदालतसे मेरो इन्साफ होन, जा त मेर ताहिँ निकना छोटो बात हए, मए अपनए फिर अपनो इन्साफ ना करत हौँ । 4 मिर अपनो विरुध्दमे कुछ हए कहेसे मोके पता नैयाँ, पर बो मोके निर्दोष साबित ना करहए| मेरो न्याय करनबालो त प्रभुए हए । \ No newline at end of file +\v 3 3 तव बिनसे अथवा आदमीके कोई अदालतसे मेरो इन्साफ होन, जा त मेर ताहिँ निकना छोटो बात हए, मए अपनए फिर अपनो इन्साफ ना करत हौँ । \v 4 4 मिर अपनो विरुध्दमे कुछ हए कहेसे मोके पता नैयाँ, पर बो मोके निर्दोष साबित ना करहए| मेरो न्याय करनबालो त प्रभुए हए । \ No newline at end of file diff --git a/04/06.txt b/04/06.txt index a5a3a0a..bf3cd62 100644 --- a/04/06.txt +++ b/04/06.txt @@ -1 +1 @@ -\v 6 \v 7 6 भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ । 7 औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ? \ No newline at end of file +\v 6 6 भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ । \v 7 7 औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ? \ No newline at end of file diff --git a/04/08.txt b/04/08.txt index f99000b..f8f70f3 100644 --- a/04/08.txt +++ b/04/08.txt @@ -1 +1 @@ -\v 8 \v 9 8 तुम तृप्त हुइगए| तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ| तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए! 9 काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए ।काहेकी संसार, स्वर्गदूत और आदमीके ताहिँ हम तमाशा भए हँए । \ No newline at end of file +\v 8 8 तुम तृप्त हुइगए| तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ| तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए! \v 9 9 काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए ।काहेकी संसार, स्वर्गदूत और आदमीके ताहिँ हम तमाशा भए हँए । \ No newline at end of file diff --git a/04/10.txt b/04/10.txt index 9bef13e..4c51717 100644 --- a/04/10.txt +++ b/04/10.txt @@ -1 +1 @@ -\v 10 \v 11 10 हम ख्रीष्टके खातिर मूर्ख हँए, पर तुम त ख्रीष्टमे बुध्दिमान हौ । हम दुर्बल हँए, पर तुम बलियो हौ । तुमर आदर हँए, पर हमर अनादर । 11 जहे घरी हम भुखे और प्यासे हँए, नाङबा हँए, कुटाई खातहँए और बिना घरके हँए । \ No newline at end of file +\v 10 10 हम ख्रीष्टके खातिर मूर्ख हँए, पर तुम त ख्रीष्टमे बुध्दिमान हौ । हम दुर्बल हँए, पर तुम बलियो हौ । तुमर आदर हँए, पर हमर अनादर । \v 11 11 जहे घरी हम भुखे और प्यासे हँए, नाङबा हँए, कुटाई खातहँए और बिना घरके हँए । \ No newline at end of file diff --git a/04/12.txt b/04/12.txt index e065d97..ecf497a 100644 --- a/04/12.txt +++ b/04/12.txt @@ -1 +1 @@ -\v 12 \v 13 अपन हातसे काम करके हम मेहनत करत हँए । अपमानित होत हम आशिर्वाद देत हँए । सतत्पेती हम सहत हँए । 13 हमर बदनाम होत प्रेमपूर्वक जबाफ देत हँए । हबए तक हम संसारके फोहर और पृथ्वीको कसिङ्गर बने हँए । \ No newline at end of file +\v 12 अपन हातसे काम करके हम मेहनत करत हँए । अपमानित होत हम आशिर्वाद देत हँए । सतत्पेती हम सहत हँए । \v 13 13 हमर बदनाम होत प्रेमपूर्वक जबाफ देत हँए । हबए तक हम संसारके फोहर और पृथ्वीको कसिङ्गर बने हँए । \ No newline at end of file diff --git a/04/14.txt b/04/14.txt index fab7f25..a48077a 100644 --- a/04/14.txt +++ b/04/14.txt @@ -1 +1 @@ -\v 14 \v 15 \v 16 14 तुमके शर्ममे पड्नके जा बात मए नलिखो रहओं, पर मिर प्यारे बालकाके जैसो अर्ती देन ताहिँ हए । 15 काहेकी ख्रीष्टमे तुमके आसंख्याआभिभावक हँए पर तुमर बेढ़म पिता त नैयाँ । काहेकी सुसमाचारसे ख्रीष्ट येशूमे मए तुमर पिता बनो । 16 जहेमारे तुम मेरो अनुसरण करनबाले होबओं कहिके मए तुमके अनुग्रह करतहौ । \ No newline at end of file +\v 14 14 तुमके शर्ममे पड्नके जा बात मए नलिखो रहओं, पर मिर प्यारे बालकाके जैसो अर्ती देन ताहिँ हए । \v 15 15 काहेकी ख्रीष्टमे तुमके आसंख्याआभिभावक हँए पर तुमर बेढ़म पिता त नैयाँ । काहेकी सुसमाचारसे ख्रीष्ट येशूमे मए तुमर पिता बनो । \v 16 16 जहेमारे तुम मेरो अनुसरण करनबाले होबओं कहिके मए तुमके अनुग्रह करतहौ । \ No newline at end of file diff --git a/04/17.txt b/04/17.txt index 0912352..66548c5 100644 --- a/04/17.txt +++ b/04/17.txt @@ -1 +1 @@ -\v 17 \v 18 17 तबहि मारे तुमरठीन तिमोथीके पठात् हौँ । बे प्रभुमे मेरे प्यारे और विश्वासी लौडा हँए । मए सब ठाँउमे सारा मण्डलीमे सिखओ बमोजिम ख्रीष्टमे मेरो जीवन कैसो हए, सो बे तुमके सम्झना करबाबैगो । 18 मए तुमरठीन ना आनबालो सोचके कित्तो जनै अहङकारी भए हँए । \ No newline at end of file +\v 17 17 तबहि मारे तुमरठीन तिमोथीके पठात् हौँ । बे प्रभुमे मेरे प्यारे और विश्वासी लौडा हँए । मए सब ठाँउमे सारा मण्डलीमे सिखओ बमोजिम ख्रीष्टमे मेरो जीवन कैसो हए, सो बे तुमके सम्झना करबाबैगो । \v 18 18 मए तुमरठीन ना आनबालो सोचके कित्तो जनै अहङकारी भए हँए । \ No newline at end of file diff --git a/04/19.txt b/04/19.txt index 2a0c80f..6b96562 100644 --- a/04/19.txt +++ b/04/19.txt @@ -1 +1 @@ -\v 19 \v 20 \v 21 19 तव प्रभुको इच्छा भओ, काहेकी मए तुमरठीन जल्दी अएँ हौँ, और बे अहङकारी आदमीको बात नैयाँ, पर बिनको शक्ति तौ का हए बाको पात लगामंगो । 20 काहेकी परमेश्वरको राज्य बातमे नैयाँ, पर शक्तिमे हए । 21 तुम का इच्छा करतहौ? मए तुमरेठीन छडीं लैके अमंओ, कि नम्रताके आत्मा मे प्रेम साथ ? \ No newline at end of file +\v 19 19 तव प्रभुको इच्छा भओ, काहेकी मए तुमरठीन जल्दी अएँ हौँ, और बे अहङकारी आदमीको बात नैयाँ, पर बिनको शक्ति तौ का हए बाको पात लगामंगो । \v 20 20 काहेकी परमेश्वरको राज्य बातमे नैयाँ, पर शक्तिमे हए । \v 21 21 तुम का इच्छा करतहौ? मए तुमरेठीन छडीं लैके अमंओ, कि नम्रताके आत्मा मे प्रेम साथ ? \ No newline at end of file diff --git a/05/title.txt b/05/title.txt new file mode 100644 index 0000000..67cebc4 --- /dev/null +++ b/05/title.txt @@ -0,0 +1 @@ +आध्याय ५ \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 3535a03..c00fe74 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -55,6 +55,7 @@ "02-title", "03-title", "03-08", + "04-title", "05-09", "06-title", "06-01",