From 298a554dc24b81255063c9ebc5793281d8b250c5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Sun, 30 Jul 2023 17:03:08 +0545 Subject: [PATCH] Sun Jul 30 2023 17:03:08 GMT+0545 (Nepal Time) --- 15/27.txt | 2 +- 15/29.txt | 2 +- 2 files changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/15/27.txt b/15/27.txt index d58c57b..916a898 100644 --- a/15/27.txt +++ b/15/27.txt @@ -1 +1 @@ -\v 27 "काहेकी परमेश्वर सबै बात बाके पाउतरे अधिनमे धरी हए|” पर जा त स्पष्ट हए, कि ""सबै बात बाके अधिनमे धरीहए"" जहेमारे परमेश्वर अपनए जा अधिनमे नाएहए, जो सब बात ख्रीष्टको अधिनमे धरदै हए । " \v 28 जब सब बात बाके अधिनमे लातहए, तव स्वयम पुत्र बाको अधिनमे होतहए, जो सब चिज बाके अधिनमे धरत हए, ताकि परमेश्वर नाए सब चिज सर्वेसर्वा होबए । \ No newline at end of file +\v 27 "काहेकी परमेश्वर सबै बात बाके पाउतरे अधिनमे धरी हए|” पर जा त स्पष्ट हए, कि "सबै बात बाके अधिनमे धरीहए" जहेमारे परमेश्वर अपनए जा अधिनमे ना हए, जो सब बात ख्रीष्टको अधिनमे धरदै हए । " \v 28 जब सब बात बाके अधिनमे लातहए, तव स्वयम पुत्र बाको अधिनमे होतहए, जो सब चिज बाके अधिनमे धरत हए, ताकि परमेश्वर नाए सब चिज सर्वेसर्वा होबए । \ No newline at end of file diff --git a/15/29.txt b/15/29.txt index 6699f81..6565546 100644 --- a/15/29.txt +++ b/15/29.txt @@ -1 +1 @@ -\v 29 29 नत मरेभएके ताहि बप्तिस्मा लाओको अर्थ का भव? मरेभए जिन्दा नाए हुईके फिर त बिनके ताहि आदमी काहे बप्तिस्मा लेतहए? \v 30 30 मए काहे हरघड़ी जोखिममे पणतहओ| \ No newline at end of file +\v 29 29 नत मरेभएके ताहि बप्तिस्मा लेनको अर्थ का भौ ? मरेभए जिन्दा नाए हुईके फिर त बिनके ताहि आदमी काहे बप्तिस्मा लेतहए? \v 30 30 मए काहे हरघड़ी जोखिममे पणतहओ| \ No newline at end of file