\v 31 पर हम नेहत्व अपना अपनएके जाँच हए कहेसे हम न्यायमे ना पणंगे । \v 32 पर जब प्रभु हमरो न्याय करहे, तव हमके अनुशासन करैगो, ताकि संसारसंग दोषी ना ठहरैगे ।