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\v 6 तो तिही काय ना हाय तो उठी वाल्य तो गालील प्रांताम रिन तियाय तुम्हाल काय आखोलो तो ईतवा, \v 7 तो एहेकी माहा पोयराल तीईन पापी लोंका हाताम देवनु तियाल वधस्तंभाप खिला ठोका आने तिसरा दिहाल तो उठनारो,