From b33e5d5c84be26243ef7459b0f4e120eae3a74d5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Mary Date: Sun, 2 Feb 2025 16:03:43 +0530 Subject: [PATCH] Sun Feb 02 2025 16:03:43 GMT+0530 (India Standard Time) --- 21/17.txt | 2 +- 21/20.txt | 2 +- 21/22.txt | 2 +- manifest.json | 1 - 4 files changed, 3 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/21/17.txt b/21/17.txt index 669e368..cac203a 100644 --- a/21/17.txt +++ b/21/17.txt @@ -1 +1 @@ -\v 17 तियाय तिसरीदा तीयाल फुच्छा लाग्यो, “योहाना, पोयरा शिमान, तु मापे प्रीती केअतो का?” पेत्राय दुखी विहीन तियाल आख्यो, इयाकेअता "तुआ मापे प्रेम केअतो का?" “प्रभु तु आखोज जाआहो, आने तु जाहो की, "आय तोप प्रीती राखुहु.” येशुय तियाल आख्यो “मा मेडे राख.” \v 18 माय तुल खेरो खेरो आखुहु, तु जाहा जुवान आथो ताहा तो कमर बांधीन तो इच्छा वेअतली तिही तु जातलो; पेन तु डायो वीइ जाहो ताहा आथ आगला केअेहो, बिहीरो तो कमर बांधी आने तो इच्छा नैय वेअरी तेबी तु तेअहे लीई जाय.” \ No newline at end of file +\v 17 तियाय तिसरीदा तीयाल फुच्छा लाग्यो, “योहाना, पोयरा शिमान, तु मापे प्रीती केअतो का?” पेत्राय दुखी विहीन तियाल आख्यो, इयाकेअता "तुआ मापे प्रेम केअतो का?" “प्रभु तु आखोज जाआहो, आने तु जाहो की, "आय तोप प्रीती राखुहु.” येशुय तियाल आख्यो “मा मेडे राख.” \v 18 माय तुल खेरो खेरो आखुहु, तु जाहा जुवान आथो ताहा तो कमर बांधीन तो इच्छा वेअतली तिही तु जातलो; पेन तु डायो वीइ जाहो ताहा आथ आगला केअेहो, बिहीरो तो कमर बांधी आने तो इच्छा नैय वेअरी तेबी तु तेअहे लीई जाय.” \ No newline at end of file diff --git a/21/20.txt b/21/20.txt index 7882b19..43bd940 100644 --- a/21/20.txt +++ b/21/20.txt @@ -1 +1 @@ -\v 20 ताहा पेत्राय फासला फिऱ्याे आने वेअतलो की, जिया चेलापे येशुय प्रीती आथो जोओ मांडो खावुलो वेअला तिया छाती आरी ठेकलो आथो फासला फिरीन “प्रभु, तुल तिअई देनारो तो केडो हाय ? ऐहेकी आखतलो आथो तियाल तियाय फासला चालता वेयो. \v 21 तेहेकी तियाल विईन पेत्राय येशुल आख्यो “प्रभु, इया काय?” \ No newline at end of file +\v 20 ताहा पेत्राय फासला फिऱ्याे आने वेअतलो की, जिया चेलापे येशुय प्रीती आथो जोओ मांडो खावुलो वेअला तिया छाती आरी ठेकलो आथो फासला फिरीन “प्रभु, तुल तिअई देनारो तो केडो हाय? ऐहेकी आखतलो आथो तियाल तियाय फासला चालता वेयो. \v 21 तेहेकी तियाल विईन पेत्राय येशुल आख्यो “प्रभु, इया काय?” \ No newline at end of file diff --git a/21/22.txt b/21/22.txt index 426069d..85caa22 100644 --- a/21/22.txt +++ b/21/22.txt @@ -1 +1 @@ -\v 22 येशुय तियाल आख्यो, “माय आवेहे ताव लुग तो राअ जोजे ऐहेकी जर माआ इच्छा वेअरी तर तिया तुल काय? तु माआ फासला आव.” \v 23 ताहा आखा पावुमे ई गोठ फैलाई गिई, तो चेलो मोअनारो नाहा, पेन येशुअ तियाल आख्यो नाहा आथो की, तो मोअनारो नाहा, पेन 'माय आवेहे तावलुग एहेकी जर माआ इच्छा वेअरी तर तुल काय?' \ No newline at end of file +\v 22 येशुय तियाल आख्यो, “माय आवेहे ताव लुग तो राअ जोजे ऐहेकी जर माआ इच्छा वेअरी तर तिया तुल काय? तु माआ फासला आव.” \v 23 ताहा आखा पावुमे ई गोठ फैलाई गिई, तो चेलो मोअनारो नाहा, पेन येशुअ तियाल आख्यो नाहा आथो की, तो मोअनारो नाहा, पेन 'माय आवेहे तावलुग एहेकी जर माआ इच्छा वेअरी तर तुल काय?' \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 6aff7e4..477394d 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -416,7 +416,6 @@ "21-17", "21-19", "21-20", - "21-22", "21-24" ] } \ No newline at end of file