ur-deva_gl_ur-deva_ta/translate/translate-process/01.md

1.1 KiB

किस तरह तर्जुमा करना

तर्जुमा में दो चीज़ें हैं:

  1. ज़रीया ज़बान मतन में मअनी दरयाफ़त करें (मुलाहिज़ा करें: मतन के मअनी को तलाश करें)
  2.  हदफ़ ज़बान तर्जुमा में मअनी दुबारा दुबारा बताओ (मुलाहिज़ा करें: मतलब दुबारा मअनी)

तर्जुमा के लिए हिदायात कभी कभी इन दोनों चीज़ों को छोटे क़दमों में तक़सीम कर देते हैं. जे़ल में ग्राफ़िक से पता चलता है कि ये दो अलफ़ाज़ तर्जुमा अमल में कैसे फुट है |